
मुश्किलों में डोनाल्ड ट्रंप का राजनीतिक करियर, अब लगे ये बड़े आरोप
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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर राष्ट्रपति पद से हटने के बाद कई आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं. ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने 2020 में चुनावों में मिली हार को पलटने के लिए अपने सहयोगियों के साथ मिलकर साजिश रची थी. जॉर्जिया के ग्रैंड जूरी ने इसी तरह का आरोप लगाते हुए ट्रंप के खिलाफ अभियोग पेश किया है.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. सोमवार को जॉर्जिया के ग्रैंड जूरी ने उन पर चौथा आपराधिक आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रंप ने 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेट्स से मिली हार को पलटने का प्रयास किया था. जॉर्जिया के ग्रैंड जूरी ने ट्रंप पर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ अभियोग जारी किया है.
फुल्टन काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी फानी विलिस के लगाए गए इन आरोपों के बाद 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन नामांकन की दौड़ में सबसे आगे चल रहे ट्रंप के सामने कानूनी दिक्कतें बढ़ गई हैं.
98 पन्नों के विशाल अभियोग में कुल 19 आरोपियों और 41 आपराधिक मामलों को सूचीबद्ध किया गया है. सभी आरोपियों पर रैकेटियरिंग का आरोप लगाया गया था. यह आरोप संगठित अपराध समूह के सदस्यों पर लगता है जिसमें 20 साल तक की जेल की सजा का प्रावधान है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों में ट्रंप के पूर्व व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज और वकील रूडी गिउलिआनी और जॉन ईस्टमैन शामिल हैं.
ट्रंप के खिलाफ जारी किए गए अभियोग में कहा गया, 'ट्रंप और इस अभियोग में आरोपी बनाए गए अन्य आरोपियों ने यह स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि ट्रंप हार गए हैं. वो जानबूझकर चुनाव परिणाम को ट्रंप के पक्ष में गैरकानूनी रूप से बदलने की साजिश में शामिल हुए.'
कैसे शुरू हुआ यह मामला?

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