महाराष्ट्र: Corona पर CM उद्धव की चेतावनी- सख्त प्रतिबंधों से बचना है तो मास्क जरूर पहनें
AajTak
राज्य में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार शाम कोविड टास्क फोर्स कमेटी के सदस्यों के साथ चर्चा की. राज्य सरकार अगले 15 दिनों तक इन मामलों पर नजर रखेगी.
महाराष्ट्र में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जनता से कोरोना नियमों का पालन करने और मास्क पहनने की अपील की है. साथ ही सीएम ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर प्रतिबंधों से बचना चाहते हैं तो कोरोना नियमों का पालन जरूर करें.
राज्य में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार शाम कोविड टास्क फोर्स कमेटी के सदस्यों के साथ चर्चा की. राज्य सरकार अगले 15 दिनों तक इन मामलों पर नजर रखेगी. दरअसल राज्य में बीते डेढ़ महीने में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या सात गुना बढ़ी है, जिसने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है. 16 अप्रैल, 2022 तक राज्य में 626 कोरोना के एक्टिव केस थे. आज डेढ़ महीने में यह संख्या सात गुनी बढ़कर 4500 हो गई है.
स्वास्थ्य विभाग को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुंबई में कोरोना की संक्रमण दर छह फीसदी है और राज्य में बढ़कर तीन फीसदी पहुंच गई है. इसलिए उन्होंने अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन तैयार रखने के लिए कहा है. सीएम ने टास्क फोर्स टीम को निर्देश दिए हैं कि राज्य में कोविड के समय बनाए गए अस्पतालों का निरीक्षण करें और देखें कि उनकी स्थिति कैसी है. उनका स्ट्रक्चरल ऑडिट होना चाहिए. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि मेडिकल स्टाफ और आवश्यक बुनियादी ढांचा है या नहीं.
कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश
उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड टेस्टिंग की संख्या में कमी आई है. इस अनुपात को बढ़ाने का प्रयास किया जाना चाहिए. सीएम ठाकरे ने महाराष्ट्र में स्कूल खुलने को लेकर भी कहा कि राज्य में जल्द ही स्कूल शुरू हो जाएंगे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि स्कूल और स्कूल में बच्चों की स्थिति को लेकर वैश्विक स्तर पर फैसला लिया जाना चाहिए. राज्य में गुरुवार को कोरोना के 1045 नए मामले सामने आए हैं और एक कोरोना संक्रमित की मौत हुई है. इस समय राज्य में कोरोना के 4,559 एक्टिव केस हैं. गुरुवार को राज्य में 517 लोग ठीक भी हुए हैं.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.