
महाकुंभ पर अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, बोले- सभी तीर्थयात्रियों का...
AajTak
अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने कहा,'महाकुंभ में आए सभी तीर्थयात्रियों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन और सबकी तीर्थयात्रा के सफलतापूर्वक संपन्न होने के लिए अनंत शुभकामनाएं.'
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर ट्वीट किया है. अखिलेश ने ट्वीट में कहा,'महाकुंभ में आए सभी तीर्थयात्रियों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन और सबकी तीर्थयात्रा के सफलतापूर्वक संपन्न होने के लिए अनंत शुभकामनाएं!'
बता दें कि आज ही अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि जो दुनिया को किनारे लगाते हैं, भाजपा सरकार ने उन्हें ही किनारे कर दिया. जिनका जीवन ही नाव चलाना है और उसी से घर चलाना है, वो नाविक भाजपा सरकार से पूछ रहे हैं, आप ही बताएं इन हालातों में हमारा कहां ठिकाना है?
नदियों से छेड़छाड़ का लगाया था आरोप
पांच दिन पहले अखिलेश ने एक वीडियो शेयर कर कहा था कि इतिहास गवाह रहा है कि नदियां अपने मार्ग को स्वयं बनाकर चलती हैं. ये प्राकृतिक बहाव नदियों की निरंतरता के लिए, अपने आप बनाया हुआ रास्ता होता है. इस भौगोलिक सत्य को स्वीकार करते हुए, नदियों के बहाव से छेड़छाड़ करना पर्यावरणीय अपराध है.
मनमानी न करें, प्रकृति पर छोड़ दें सब
अखिलेश ने आगे कहा था कि प्रयागराज महाकुंभ में गंगाजी में ड्रेजर मशीन लगाने का मकसद केवल अपने लोगों को ठेका देना और उनके जरिए भ्रष्टाचार से पैसा कमाना है. नदियां किस जगह आकर मिलेंगी, ये प्रकृति पर छोड़ देना चाहिए, उसके लिए मनमानी करना और जबरदस्ती करके बहाव को बदलना अनुचित भी है और अवांछनीय भी. ऐसा करने से गंगाजी के जल-जीव-जंतु की जैविकी और प्राकृतिक पारिस्थितिक संतुलन पर बुरा असर होगा.

किसान नेताओं और केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के बीच बुधवार को सातवें दौर की बातचीत हुई. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल शामिल हुए. पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां बैठक में उपस्थित रहे.

नागपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई जारी है. मुख्य आरोपी फहीम खान सहित 51 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है. औरंगजेब विवाद पर सियासत गरम है, जहां कुछ नेता इसे अप्रासंगिक बता रहे हैं तो कुछ इसे मराठी अस्मिता से जोड़ रहे हैं. देखें.

छत्रपति शिवाजी महाराज चौक पर विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने सोमवार को औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान कथित तौर पर औरंगजेब की तस्वीर पर चादर और कुछ इस्लामिक प्रतीकों को जलाने की घटना सामने आई, जिसके कारण कुछ लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं. इसी को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया था.

'आयत लिखी कोई चादर नहीं जली, दोषियों को कब्र से भी खोद निकालेंगे…', नागपुर हिंसा पर बोले सीएम फडणवीस
सीएम फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि नागपुर हमेशा से शांतिप्रिय शहर रहा है, यहां तक कि 1992 के सांप्रदायिक तनाव के समय भी शहर में दंगे नहीं हुए थे. लेकिन इस बार कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर हिंसा भड़काने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.