भारत में 61 लाख Facebook User के आंकड़े 'ऑनलाइन' लीक: साइबर सुरक्षा कंपनी
Zee News
फेसबुक को पहले भी आंकड़ों की सुरक्षा को लेकर चुनौतियों का सामना करना पड़ा है. मार्च 2018 में 56.2 लाख भारतीयों के फेसबुक से जुड़े आंकड़ों में कथित तौर पर सेंध लगायी गयी थी.
नई दिल्ली: फेसबुक उपयोग करने वाले करीब 61 लाख भारतीयों के नाम, फोन नंबर जैसे व्यक्तिगत ब्योरा कथित रूप से 'ऑनलाइन' लीक हुए हैं और उसे हैकिंग से जुड़े मंचों पर डाला गया है. साइबर सुरक्षा कंपनी हडसन रॉक से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. कंपनी के सह-संस्थापक और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी एलन गाल ने कहा कि दुनिया भर में फेसबुक के करीब 53.3 करोड़ उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत ब्योरा कथित तौर पर ऑनलाइन लीक हो गया है और उसे मुफ्त में हैकिंग मंचों पर डाल दिया गया. इनमें से 61 लाख उपयोगकर्ता भारत के हैं. जो ब्योरा लीक किया गया, उसमें नाम, फोन नंबर और अन्य जानकारी शामिल हैं. वैश्विक स्तर पर 31 दिसंबर, 2020 तक फेसबुक के कुल सक्रिय उपयोगकर्ताओं की संख्या 2.80 अरब थी. गाल ने ट्विटर पर लिखा है, '53.3 करोड़ फेसबुक रिकॉर्ड को मुफ्त में लीक कर दिया गया है. इसका आशय है कि यदि आपका फेसबुक खाता है, तो इस बात की काफी संभावना है कि इस खाते के लिए इस्तेमाल फोन नंबर लीक हो गया है.' ट्वीट में विभिन्न देशों के फेसबुक उपयोगकर्ताओं की संख्या का जिक्र किया गया है, जिनका ब्योरा सार्वजनिक हुआ है. इनमें से 61 लाख उपयोगकर्ता भारत से हैं. 3.23 करोड़ अमेरिका, 1.15 करोड़ ब्रिटेन और 73 लाख ऑस्ट्रेलिया के हैं.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.