![भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के लिए उठाया ये अहम कदम](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202105/israel-gettyimages-1231896247-594x594_1-sixteen_nine.jpg)
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के लिए उठाया ये अहम कदम
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फिलिस्तीनियों से संघर्ष के मसले पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था मानवाधिकार परिषद में इजरालय-फिलिस्तीन के संघर्ष को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है. प्रस्ताव के मुताबिक यूएन माननाविधाकर परिषद फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास और इजरायल के बीच 11 दिनों तक चले हिंसक संघर्ष की जांच 'युद्ध अपराध' के तौर पर करेगी.
फिलिस्तीनियों से संघर्ष के मसले पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में इजरालय-फिलिस्तीन के संघर्ष को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है. प्रस्ताव के मुताबिक यूएन माननाविधाकर परिषद फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास और इजरायल के बीच 11 दिनों तक चले हिंसक संघर्ष की जांच 'युद्ध अपराध' के तौर पर करेगी. हालांकि इस प्रस्तवा का इजरायल ने कड़ा विरोध किया है. वहीं भारत ने इजरायल-फिलिस्तीन से शांति की अपील की और इस प्रस्ताव पर मतदान की प्रक्रिया से बाहर रहा. (फोटो-AP) बहरहाल, युद्ध अपराध की जांच की मांग को लेकर यूएनएचआरसी में लाए गए प्रस्ताव पर हुए मतदान में भारत ने हिस्सा नहीं लिया. भारत उन 13 देशों में शामिल हैं जिन्होंने इस मसले पर हुए मतदान में हिस्सा नहीं लिया. चौबीस देशों ने प्रस्ताव का समर्थन किया और नौ देशों ने इजरायल का साथ दिया. गुरुवार को भारत ने यूएनएचआरसी में अपने पुराने रुख को दोहराया. (फोटो-@ambtstirumurti)![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.