
भारत ने लेबनान को मेडिकल सप्लाई भेजी, इजरायल का हिजबुल्लाह पर हमला जारी
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भारत ने युद्धग्रस्त लेबनान को मेडिकल सप्लाई भेजी है. लेबनान इजरायल के हमले के बाद पूरी तरह से तबाह हो गया है. आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायली हमलों में लेबनान पर बहुत बड़ा संकट आ गया है.
भारत ने युद्धग्रस्त लेबनान को मेडिकल सप्लाई भेजी है. लेबनान इजरायल के हमले के बाद पूरी तरह से तबाह हो गया है. आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायली हमलों में लेबनान पर बहुत बड़ा संकट आ गया है. यहां के अधिकांश नागरिक देश छोड़कर दूसरे देश जा रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने मिडिल ईस्ट के इस देश को 11 टन मेडिकल सप्लाई भेजी है.
33 टन मेडिकल सप्लाई भेजी गई जायसवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, 'भारत ने लेबनान को मानवीय सहायता भेजी है. कुल 33 टन मेडिकल सप्लाई भेजी जा रही है. 11 टन मेडिकल सप्लाई की पहली खेप आज भेजी गई.' जायसवाल की पोस्ट में कहा गया, 'इस खेप में हृदय संबंधी दवाएं, एनएसएआईडी (गैर-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स), एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट, एंटीबायोटिक्स और एनेस्थेटिक्स सहित कई तरह के फार्मास्यूटिकल प्रोडक्ट शामिल हैं.
लेबनान में इजरायल हवाई हमलों में 22 लोग मारे गए थे इजरायल ने पिछले महीने लेबनान में जमीनी अभियान शुरू किया है और अब वह हमास और लेबनान के हिज़्बुल्लाह के सहयोगी ईरान द्वारा 1 अक्टूबर को किए गए मिसाइल हमले का जवाब देने की योजना बना रहा है. गुरुवार को एक इजरायल के हवाई हमले ने लेबनान के नगरपालिका मुख्यालय को नष्ट कर दिया. हमले में कम से कम 16 लोग मारे गए, जिनमें दक्षिण लेबनान के एक बड़े शहर के मेयर भी शामिल थे. उससे एक दिन पहले, लेबनान में इजरायल हवाई हमलों में कम से कम 22 लोग मारे गए थे.
न्यूज एजेंसी एपी ने बताया कि लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले अक्टूबर से हिज़्बुल्लाह के खिलाफ इजरायल हमले की वजह से देश में कुल 2,377 लोग मारे गए हैं. साथ ही लेबनान में लगभग 1.2 मिलियन लोग विस्थापित हुए हैं, जिनमें 400,000 से ज्यादा बच्चे शामिल हैं.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.