
भारत के 100 हिंदू क्यों जा रहे पाकिस्तान? जारी हुए वीजा
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पाकिस्तान ने 100 भारतीय हिंदुओं को शादानी दरबार हयात पिताफी की तीर्थयात्रा के लिए वीजा जारी किए हैं. यह वीजा 22 नवंबर से तीन दिसंबर तक के लिए जारी किए गए हैं. शादानी दरबार पाकिस्तान में 300 साल से अधिक पुराना मंदिर है. यह दुनियाभर के हिंदू भक्तों का पवित्र स्थान है.
पाकिस्तान ने 100 भारतीय हिंदुओं को वीजा जारी किया है. ये भारतीय हिंदू पाकिस्तान में शादानी दरबार हयात पिताफी का दौरा करेंगे, जहां वह शिव अवतारी सतगुरु संत शादाराम साहिब की 314वीं जयंती समारोह में शामिल होंगे. इसलिए नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन ने इन भारतीय हिंदुओं को वीजा जारी किए हैं.
यह वीजा 22 नवंबर से तीन दिसंबर तक के लिए जारी किए गए हैं, जिसके तहत भारतीय हिंदू शादानी दरबार हयात पिताफी का दौरा करेंगे.
क्या है शादानी दरबार?
शादानी दरबार पाकिस्तान में 300 साल से अधिक पुराना मंदिर है. यह दुनियाभर के हिंदू भक्तों का पवित्र स्थान है. शादानी दरबार की स्थापना 1786 में संत शादाराम साहिब ने की थी, जिनका जन्म 1708 में लाहौर में हुआ था.
साल 1974 के धार्मिक स्थलों की यात्रा पर पाकिस्तान-भारत प्रोटोकॉल के तहत भारत के हजारों सिख और हिंदू तीर्थयात्री विभिन्न धार्मिक त्योहारों और समारोहों में शामिल होने के लिए हर साल पाकिस्तान जाते हैं. पाकिस्तान हाई कमीशन ने जो वीजा जारी किए हैं, दरअसल वे इन आयोजनों में शामिल होने के लिए अन्य देशों के हिंदू और सिख तीर्थयात्रियों को जारी किए गए वीजा के अतिरिक्त हैं.
बता दें कि पाकिस्तान सरकार की एक पॉलिसी के तहत तीर्थयात्रियों की यात्रा के लिए हिंदू और सिख तीर्थयात्रियों को वीजा जारी किए जाते हैं.

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