
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तालिबान को सुनाई खरी-खरी
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अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में कस्बों और सीमा चौकियों पर आतंकवादी गुट के कब्जा जमाने के बीच भारत ने कहा है कि दुनिया जबरन काबुल में सत्ता में आने वाले तालिबान के शासन को वैध नहीं मानेगी.
अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में कस्बों और सीमा चौकियों पर आतंकवादी गुट के कब्जा जमाने के बीच भारत ने कहा है कि दुनिया जबरन काबुल में सत्ता में आने वाले तालिबान के शासन को वैध नहीं मानेगी. ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में आठ देशों के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की 'कॉन्टैक्ट ग्रुप' की बैठक में बुधवार को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान का भविष्य उसका अतीत नहीं हो सकता. (फोटो-Getty Images) बैठक में 1996 में अफगानिस्तान पर तालिबान के पिछले कब्जे का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा कि दुनिया को अफगान की नई पीढ़ी को 'दबाने' की तालिबान की नीति को 'मान्यता नहीं' देनी चाहिए. भारतीय विदेश मंत्री ने तालिबान की हिंसा की आलोचना करते हुए बयान भी जारी किया है. (फोटो-Getty Images)More Related News

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.