
ब्रीडिंग की कोशिश के दौरान बाघ ने बाघिन को मार डाला!
AajTak
बाघ ने गुस्से में आकर बाघिन को मार डाला. जब यह सब हुआ तो सफारी पार्क के अधिकारी दोनों के बीच ब्रीडिंग प्रोसेस कराने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि, इस तरह की घटना होना असामान्य नहीं हैं. बाघिन को मारने वाला बाघ सफारी पार्क में 2020 में आया था.
ब्रीडिंग की कोशिश के दौरान बाघ ने बाघिन को मार डाला. यह घटना ब्रिटेन के नोसले सफारी पार्क (Knowsley Safari Park) में सामने आई. घटना इतनी तेजी से हुई कि सफारी पार्क के स्टाफ भी कुछ नहीं कर पाए.
8 साल के बाघ मिरोन ने 14 साल की बाघिन सिंडा को हमले में घायल कर दिया था. इसके बाद बाघिन की मौत हो गई. इस मामले में नोसले सफारी के प्रतिनिधि ने कहा कि साइबेरियन टाइगर सिंडा 12 साल से पार्क में थी और यहां का स्टाफ उसे बहुत मिस करेगा.
साइबेरियन टाइगर का जीवनकाल 15 साल रहता है, वहीं जब इस प्रजाति के टाइगर को पिंजड़े या बाड़े में रखा जाए तो ये 10 साल और जीवित रह सकते हैं. प्रतिनिधि ने कहा कि मिरोन, पार्क में 2020 में आया था. इससे पहले ब्रीडिंग के मौकों पर वह सिंडा के साथ आसानी से घुल-मिल जाता था.
बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है, जिस तेजी से यह घटना हुई, उस दौरान कुछ भी नहीं किया जा सकता था. ब्रीडिंग प्रोसीजर के दौरान एक्सपर्ट, एनिमल टीम मौजूद थी. इस दौरान हर टाइगर का व्यवहार भी बारीकी से देखा जाता है. पहले जब इन्हीं दो टाइगर के बीच ब्रीडिंग हुई थी तो कभी इस तरह का गुस्सा टाइगर ने नहीं दिखाया.
वैसे एक्सपर्ट का कहना है कि ब्रीडिंग के दौरान इस तरह की घटनाएं होना असामान्य नहीं हैं. हालांकि ऐसा क्यों होता है? टाइगर क्यों हिंसक हो जाते हैं? इसका कारण स्पष्ट नहीं है. सफारी पार्क ने कहा कि भले ही मिरोन ने बाघिन को मार दिया है, लेकिन इसकी देखभाल करना अब भी पार्क की अहम जिम्मेदारी है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.