
बाइडेन की इस बात को नहीं मान रहे PM मोदी, अमेरिकी दूत भी आए भारत
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अमेरिका वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने की मुहिम का नेतृत्व फिर से हासिल करने के प्रयास में है. उसका मकसद है कि 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को नेट जीरा यानी नगण्य कर दिया जाए.
अमेरिका जलवायु परिर्वतन के खतरों से निपटने के लिए फिर से अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं जिसे डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था. इसी सिलसिले में अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडेन के क्लाइमेंट दूत जॉन केरी तीन दिन की भारत यात्रा पर रहे. जॉन केरी की यात्रा का फौरी मकसद यह है कि बाइडेन के क्लाइमेंट लीडर समिट से पहले इसमें भाग लेने वाले देशों के साथ बातचीत करना है. इस वर्चुअल समिट में पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है. (फोटो-PTI) अमेरिका वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने की मुहिम का नेतृत्व फिर से हासिल करने के प्रयास में है. उसका मकसद है कि 2050 तक कार्बन उत्सर्जन को नेट जीरो यानी नगण्य कर दिया जाए. (फोटो-AP)More Related News

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