बस्ती में महिला टीचर से 3 डॉक्टरों ने किया था गैंगरेप, पुलिस के हत्थे चढ़ा एक आरोपी
AajTak
बस्ती में 27 सितंबर को महिला टीचर से गैंगरेप का मामला सामने आया था. महिला टीचर के मुताबिक, बस्ती में तीन डॉक्टरों ने उसके साथ गैंगरेप किया था. पुलिस ने सोमवार को एक आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
उत्तर प्रदेश के बस्ती में गैंगरेप का एक आरोपी डॉक्टर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. दरअसल, 27 सितंबर में एक युवती ने लखनऊ में गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया था. युवती ने तीन लोगों पर गैंगरेप पा आरोप लगाया, जो कि पेशे से डॉक्टर हैं. पुलिस ने फिलहाल मुख्य आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी दो अन्य आरोपी डॉक्टरों की तलाश जारी है.
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, युवती ने पुलिस को बताया कि सोशल मीडिया के जरिए उसकी दोस्ती डॉक्टर से हुई. जो कि बस्ती के सदर अस्पताल में तैनात है. वहीं, युवती एक प्राइवेट इंस्टिट्यूट में टीचर है. युवती ने बताया कि डॉक्टर ने पहले उससे दोस्ती की. फिर एक दिन मिलने की इच्छा जताई.
युवती भी डॉक्टर से मिलने के लिए तैयार हो गई. वह लखनऊ से बस्ती पहुंची, जहां डॉक्टर उसे अपने हॉस्टल ले गया. वहां पहले से ही दो अन्य युवक मौजूद थे, जो कि डॉक्टर के ही दोस्त थे. वहां तीनों ने बारी बारी से उसके साथ गैंगरेप किया. युवती के मुताबिक जब उसने इसका विरोध किया तो उसे मारा-पीटा गया.
युवती जैसे-तैसे वहां से निकली और लखनऊ पहुंची. यहां उसने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने युवती का मेडिकल करवाया, जिसमें गैंगरेप की पुष्टि हुई. पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. सोमवार को पुलिस ने एक आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है.
घर में घुसकर नाबालिग लड़की से गैंगरेप इससे पहले बस्ती जिले में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया था. सोनहा थाने में लड़की की मां की शिकायत दर्ज करवाई. जिस कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार नाबालिग आरोपियों सहित एक को गिरफ्तार किया. पीड़िता की मां की तहरीर के अनुसार, दो सितंबर को उसकी 15 साल की बेटी घर में अकेली थी, उसी दौरान आरोपी घर में घुस आए और उसके साथ गैंगरेप किया. तहरीर के अनुसार, घर लौटने पर घटना का पता चलने के बाद छह सितंबर को बच्ची कि मां ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.