बच्चों के लिए दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को मिली मंजूरी, तीसरी लहर की आशंका के बीच जानिए क्यों है बेहद अहम?
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फाइजर की बच्चों को लगाई जाने वाली वैक्सीन के ट्रायल जनवरी से मार्च के बीच हुए थे. बच्चों पर इस वैक्सीन के 100 फीसदी प्रभावी होने का दावा किया जा रहा है.
नई दिल्लीः कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. ये भी कहा जा रहा है कि तीसरी लहर दूसरी से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है. इस बीच बच्चों के लिए दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है. यह मंजूरी दी है कनाडा के स्वास्थ्य विभाग ने. इस कंपनी की वैक्सीन को मिली मंजूरी कनाडा के ड्रग रेगुलेटर ने फाइजर कंपनी की वैक्सीन को 12-15 साल के बच्चों को लगाने की मंजूरी दे दी है. ऐसा करने वाला कनाडा दुनिया का पहला देश बन गया है. कनाडा के अलावा अमेरिका में भी फाइजर-बायोटएनटेक की कोरोना वैक्सीन को 12-15 साल के बच्चों पर लगाने की इजाजत जल्द मिल सकती है. बच्चों को वैक्सीन लगाने की मंजूरी मिलने के बाद कनाडा में बच्चे सामान्य जीवन की तरफ लौट सकेंगे.Shagun Yojana: बेटियों की शादी पर सरकार दे रही 31,000 रुपये की मदद, जानिए- किस विभाग में मिलना होगा?
Shagun Yojana ki Jankari: राज्य सरकार की ओर से गरीब परिवारों को बेटियों की शादी पर शगुन दिया जाता रहा है. योजना का मुख्य उद्देश्य 18 वर्ष से अधिक आयु के बीपीएल परिवारों की लड़कियों और महिलाओं पर बेटियों की शादी का बोझ कम करके उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है.
How to apply for internship scheme: स्कीम के तहत पात्र उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पूरा करने वाले छात्र हैं. इनमें ITI प्रमाणपत्र रखने वाले, पॉलिटेक्निक संस्थानों से डिप्लोमा रखने वाले या स्नातक की डिग्री रखने वाले लोग शामिल हैं. इन्हें ही आवेदन करने की पात्रता है. यह कार्यक्रम विशेष रूप से 21 से 24 वर्ष की आयु के भारतीय नागरिकों के लिए डिजाइन किया गया है जो वर्तमान में फुल टाइम रोजगार या शिक्षा में नहीं हैं.