पुतिन की एक धमकी से सहम गया यूरोप, जानिए गैस के लिए रूस पर कितने निर्भर हैं ये देश
AajTak
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की धमकी के बाद यूरोप के 4 देश रूसी गैस खरीदने के लिए रूबल में भुगतान करने को राजी हो गए हैं. रूस ने धमकी दी थी कि गैस की डिलीवरी तभी होगी, जब उसका भुगतान उसकी मुद्रा रूबल में किया जाएगा.
यूक्रेन से जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक धमकी ने पूरे यूरोप को सहमा दिया है. पुतिन ने पिछले महीने धमकाया था कि 'गैर मित्र देशों' को रूस से गैस खरीदने के लिए रूसी मुद्रा रूबल में भुगतान करना होगा. अब रूबल में भुगतान नहीं करने पर रूस ने बुल्गारिया और पोलैंड को दी जाने वाली गैस की सप्लाई रोक दी है. वहीं, एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पुतिन की धमकी के बाद यूरोप के चार देश झुक गए हैं और रूबल में भुगतान करने को राजी हो गए हैं.
यूक्रेन के साथ जंग के दौरान भी रूस ने यूरोपीय देशों को गैस की सप्लाई जारी रखी थी. लेकिन बाद में जब यूरोपीय देश रूस के खिलाफ खड़े होने लगे तो पुतिन ने धमका दिया कि गैस लेनी है तो भुगतान रूबल में करना होगा.
रूस की सरकारी गैस एजेंसी गजप्रोम ने रूबल में भुगतान नहीं करने पर पोलैंड और बुल्गारिया की गैस सप्लाई रोक दी है. इसके बाद पूरे यूरोप में हलचल पैदा हो गई है.
पोलैंड और बुल्गारिया ने रूस पर 'ब्लैकमेल' करने का आरोप लगाया है. बुल्गारिया के प्रधानमंत्री किरील पेतकोव ने इसे ब्लैकमेल बताते हुए कहा कि गजप्रोम का गैस डिलीवरी को रोकना समझौते का उल्लंघन है. हम इस रैकेट के आगे नहीं झुकेंगे.
ये भी पढ़ें-- 9 मई को रूस बनाना चाहता है यूक्रेन पर जीत का जश्न, 18 दिन में कैसे युद्ध की तस्वीर बदलेंगे पुतिन?
इसी बीच बुधवार यूरोपियन यूनियन के अधिकारियों ने भी एक इमरजेंसी मीटिंक की. यूरोपियन कमिशन के अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन ने कहा कि रूस गैस के जरिए ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, रूस के राष्ट्रपति भवन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने ब्लैकमेल करने के आरोपों को खारिज किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.