पाकिस्तान में गैर-मुस्लिमों के लिए निकली स्वीपर-चपरासी की वैकेंसी, भड़के हिंदू
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पाकिस्तान में इन दिनों रोजगार से जुड़े एक विज्ञापन को लेकर बवाल मचा हुआ हुआ है. हंगामा नौकरी देने में भेदभाव से जुड़े विज्ञापन को लेकर खड़ा हुआ है. दक्षिणी कराची के स्वास्थ्य विभाग ने एसजीडी स्पेशल लेप्रोसी क्लीनिक में सफाई कर्मियों के 5 रिक्त पदों के लिए वैकेंसी निकाली थी. यह रिक्ति सिर्फ गैर मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए थी जिस पर हिंदुओं और ईसाइयों के साथ भेदभाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया.
पाकिस्तान में इन दिनों रोजगार से जुड़े एक विज्ञापन को लेकर बवाल मचा हुआ हुआ है. हंगामा नौकरी देने में भेदभाव से जुड़े विज्ञापन को लेकर खड़ा हुआ है. दक्षिणी कराची के स्वास्थ्य विभाग ने एसजीडी स्पेशल लेप्रोसी क्लीनिक में सफाई कर्मियों के 5 रिक्त पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई थी. यह रिक्ति सिर्फ गैर मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए थी जिस पर हिंदुओं और ईसाइयों के साथ भेदभाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया. (फोटो-Getty Images) पाकिस्तान के स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस में लिखा है कि यह वैकेंसी गैर मुस्लिमों यानी हिंदुओं और ईसाई उम्मीदवारों के लिए है. जबकि अन्य नौकरियों में इस तरह की कोई शर्त नहीं रखी जाती है. इस तरह के एक विज्ञापन में स्वास्थ्य विभाग ने लिखा कि मुसलमान 'गंदे काम' के लिए अयोग्य हैं और यह भर्ती सिर्फ गैर-मुस्लिम उम्मीदवारों के लिए है. (फोटो-Getty Images)प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.