
पाकिस्तान ने फिर की भारत से रिश्ते सुधारने की बात, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर कहा ये
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भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध चाहता है. उन्होंने कश्मीर के मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि इस मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरियों की इच्छा के अनुसार होना चाहिए.
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में जारी तनाव के बीच भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान भारत सहित सभी पड़ोसी देशों के साथ आपसी सम्मान के आधार पर शांतिपूर्ण संबंध चाहता है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान बातचीत और कूटनीति के माध्यम से जम्मू-कश्मीर विवाद सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने में विश्वास करता है.
पाकिस्तान के उच्चायोग ने उच्चायुक्त सलमान शरीफ के हवाले से एक ट्वीट में कहा, 'दक्षिण एशिया में स्थायी शांति, स्थिरता और विकास के लिए, जम्मू और कश्मीर के मूल मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छा के अनुसार हल किया जाना चाहिए.'
पाकिस्तानी मिशन की तरफ से ये ट्वीट पाकिस्तान दिवस के मौके पर की गई हैं. उच्चायोग ने ट्विटर पर एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें उच्चायुक्त और मिशन के स्टाफ केक काटते और पाकिस्तान का झंडा लहराते दिख रहे हैं.
भारत-पाकिस्तान के बीच का हालिया तनाव
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के मेजबान भारत ने हाल ही पाकिस्तान द्वारा कश्मीर का गलत नक्शा दिखाने पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद पाकिस्तान ने SCO के एक सम्मेलन में हिस्सा नहीं लिया.
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय थिंक टैंक द्वारा आयोजित SCO देशों (भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान) के सैन्य चिकित्सा विशेषज्ञों के सम्मेलन के ठीक पहले एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान का गलत नक्शा दिखाया. भारत ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि वो सही मैप दिखाएं अथवा सैन्य चिकित्सा, स्वास्थ्य सेवा और महामारी में SCO सशस्त्र बलों के योगदान विषय पर आयोजित सम्मेलन से दूर रहे.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.