
पाकिस्तान को फिर लगने वाला है झटका, भारत-तुर्की में सुधरने लगे रिश्ते!
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पिछले महीने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके तुर्की समकक्ष मेवलुथ औसुओग्लू ने ताजिकिस्तान के दुशांबे में 'हार्ट ऑफ एशिया- इस्तांबुल प्रोसेस' मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के मौके पर एक द्विपक्षीय बैठक की. इसमें दोनों पक्षों ने अर्थव्यवस्था और व्यापार पर ध्यान देने के साथ-साथ अपने संबंधों को सुधारने का संकल्प लिया. यह बैठक 29 मार्च को आयोजित की गई थी.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद भारत और तुर्की के बीच पैदा हुई खटास कम होती नजर आ रही है. दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्ते पटरी पर आते दिख रहे हैं. तुर्की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की देखरेख में अफगान शांति वार्ता के लिए भी तैयार है. (फाइल फोटो-AP) असल में, मोदी सरकार ने 5 अगस्त 2019 को कश्मीर को विषय राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था जिसके बाद से भारत और तुर्की के बीच एक खाई पैदा हो गई थी. तुर्की की तरफ से आलोचना किए जाने को पाकिस्तान का समर्थन माना गया. लेकिन अब जब भारत और तुर्की के बीच रिश्तों में सुधार के संकेत मिल रहे हैं तो पाकिस्तान को निश्चित रूप से धक्का लगने वाला है. (फाइल फोटो)More Related News

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.