पहले सुनील पाल, फिर मुश्ताक खान का अपहरण... मास्टरमाइंड लवी पाल के एनकाउंटर में पकड़े जाने की कहानी
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एसपी अभिषेक झा के मुताबिक, इस डील के चलते 20 नवंबर को मुश्ताक खान दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां से एक कार में बैठाकर उन्हें बिजनौर लाया गया, जहां उन्हें चाहशीरी में मास्टरमाइंड बदमाश लवी पाल के घर में बंधक बनाकर रखा गया था.
उत्तर प्रदेश की बिजनौर पुलिस ने अभिनेता मुश्ताक खान और कॉमेडियन सुनील पाल को इवेंट के बहाने अगवा करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात एक मुठभेड़ के बाद शातिर बदमाश लवी पाल उर्फ राहुल सैनी को गिरफ्तार किया गया. एनकाउंटर के दौरान आरोपी लवी पाल घायल हो गया.
बिजनौर के पुलिस अधीक्षक (SP) अभिषेक झा ने बताया कि 15 अक्टूबर को आरोपी ने खुद को राहुल सैनी बताते हुए फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान को फोन किया था और उन्हें 20 नवंबर को मेरठ में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम के लिए बुलाया था. साथ उन्हें 25,000 रुपये एडवांस और फ्लाइट टिकट देने की पेशकश की थी.
एसपी अभिषेक झा के मुताबिक, इस डील के चलते 20 नवंबर को मुश्ताक खान दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां से एक कार में बैठाकर उन्हें बिजनौर लाया गया, जहां उन्हें चाहशीरी में लवी पाल के घर में बंधक बनाकर रखा गया था. लेकिन अभिनेता मुश्ताक अपहरण के एक दिन बाद किसी तरह से बदमाशों की कैद से भागने में सफल हो गए थे.
पुलिस अधीक्षक (SP) अभिषेक झा ने पीटीआई को बताया कि 21 नवंबर की सुबह जब अपहरणकर्ता सो रहे थे, तो मुश्ताक खान वहां से भागने में सफल हो गए थे और उन्होंने पास की एक मस्जिद में जाकर शरण ली थी. वहां से वे सुरक्षित घर लौटे.
एसपी अभिषेक झा ने बताया कि उनके इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने बाद में 9 दिसंबर को बिजनौर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि आगे की जांच में पता चला कि इस गिरोह ने मेरठ में सुनील पाल को निशाना बनाने के लिए यही तरीका अपनाया था.
मुश्ताक खान को अगवा करने के दौरान उनके मोबाइल फोन से 2.5 लाख रुपये का लेन-देन किया गया. पुलिस इस मामले में गिरोह के छह सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन पुलिस मास्टरमाइंड लवी पाल और तीन अन्य बदमाशों की तलाश कर रही थी.
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