
पंजशीर में आज भी बिखरे हैं रूस की करारी हार के निशान, देखें वर्ल्ड एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
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Russia-Ukraine War: जिस तरह से यूक्रेन युद्ध में आज रूस के तेवर नजर आते हैं ठीक वैसे ही कभी सोवियत के दौर में भी रूस ने अफगानिस्तान में हमला किया था. USSR के समय 80 के दशक में एक बड़ी रूसी सेना ने अफगानिस्तान में जंग लड़ी थी. उन्होंने एक लंबा समय यहां गुजारा हथियारों और बमबारी वैसे ही की जैसे यूक्रेन में फिलहाल हो रही है लेकिन नतीजा वो नहीं निकला जो रूस चाहता था. उस दौर में अफगानी मुजाहिदीन के हाथों में भले ही ब्रिटिश काल के जमाने की बंदूकें थीं लेकिन इन्हीं के दम पर गुरिल्ला युद्ध में वो रूस पर भारी पड़ते थे. जब रूस ने हमलों की रफ्तार बढ़ाई तो अमेरिका ने अफगानी मुजाहिदीनों की मदद की. अमेरिकी हथियारों के दम पर तालिबान ने रूस को भागने पर मजबूर कर दिया आज हम आपको अफगानिस्तान से ऐसी तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं जो देखने में आपको यूक्रेन युद्ध से आई तस्वीरों जैसी लगेंगे.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.