पंजशीर में आज भी बिखरे हैं रूस की करारी हार के निशान, देखें वर्ल्ड एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
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Russia-Ukraine War: जिस तरह से यूक्रेन युद्ध में आज रूस के तेवर नजर आते हैं ठीक वैसे ही कभी सोवियत के दौर में भी रूस ने अफगानिस्तान में हमला किया था. USSR के समय 80 के दशक में एक बड़ी रूसी सेना ने अफगानिस्तान में जंग लड़ी थी. उन्होंने एक लंबा समय यहां गुजारा हथियारों और बमबारी वैसे ही की जैसे यूक्रेन में फिलहाल हो रही है लेकिन नतीजा वो नहीं निकला जो रूस चाहता था. उस दौर में अफगानी मुजाहिदीन के हाथों में भले ही ब्रिटिश काल के जमाने की बंदूकें थीं लेकिन इन्हीं के दम पर गुरिल्ला युद्ध में वो रूस पर भारी पड़ते थे. जब रूस ने हमलों की रफ्तार बढ़ाई तो अमेरिका ने अफगानी मुजाहिदीनों की मदद की. अमेरिकी हथियारों के दम पर तालिबान ने रूस को भागने पर मजबूर कर दिया आज हम आपको अफगानिस्तान से ऐसी तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं जो देखने में आपको यूक्रेन युद्ध से आई तस्वीरों जैसी लगेंगे.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है? क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है? क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को लग रहा है कि ईरान में सरकार बदलने के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा. देखें वीडियो.
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हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?