
न सेना बढ़ा सकें जेलेंस्की, न ड्रोन अटैक हो... ट्रंप को पुतिन ने बताई सीजफायर के लिए अपनी शर्तें
AajTak
पुतिन और ट्रंप के बीच यूक्रेन के महत्वपूर्ण ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर रोकने के लिए एक प्रारंभिक समझौता हुआ. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर इस बातचीत को 'बहुत अच्छा और प्रोडक्टिव' बताया और पूर्ण युद्ध विराम और युद्ध की समाप्ति की दिशा में आगे की प्रगति के बारे में उम्मीद जताई.
रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीमित युद्धविराम पर सहमति जताई, जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक महत्वपूर्ण फोन कॉल के बाद यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले रुक गए. हालांकि, रूसी नेता व्यापक युद्धविराम के लिए प्रतिबद्ध नहीं हुए, जिससे दोनों देशों के बीच दुश्मनी खत्म होने की उम्मीदें कम ही नजर आ रही हैं.
पुतिन और ट्रंप के बीच यूक्रेन के महत्वपूर्ण ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर रोकने के लिए एक प्रारंभिक समझौता हुआ. ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर इस बातचीत को 'बहुत अच्छा और प्रोडक्टिव' बताया और पूर्ण युद्ध विराम और युद्ध की समाप्ति की दिशा में आगे की प्रगति के बारे में उम्मीद जताई.
रूस ने कैसी शर्तें रखी?
क्रेमलिन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की, जिसमें रूस और यूक्रेन को 30 दिनों के लिए एक-दूसरे के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमला बंद करने को कहा गया था और रूसी सेना को इसी संबंध में आदेश दिया.
क्रेमलिन ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने फोन कॉल के दौरान यूक्रेन पर अच्छी चर्चा की, जिसमें पुतिन ने कहा था कि संघर्ष का समाधान 'व्यापक, टिकाऊ और दीर्घकालिक' होना चाहिए, जिसमें रूस के सुरक्षा हितों और युद्ध के मूल कारणों को ध्यान में रखा जाना चाहिए.
क्रेमलिन ने कहा कि पुतिन ने इस तरह के युद्धविराम की निगरानी करने और यूक्रेन द्वारा अधिक सैनिकों को जुटाने और खुद को फिर से हथियारबंद करने के लिए इसका इस्तेमाल करने से रोकने के बारे में अहम बिंदुओं पर बात की.

'आयत लिखी कोई चादर नहीं जली, दोषियों को कब्र से भी खोद निकालेंगे…', नागपुर हिंसा पर बोले सीएम फडणवीस
सीएम फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि नागपुर हमेशा से शांतिप्रिय शहर रहा है, यहां तक कि 1992 के सांप्रदायिक तनाव के समय भी शहर में दंगे नहीं हुए थे. लेकिन इस बार कुछ असामाजिक तत्वों ने जानबूझकर हिंसा भड़काने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.

नागपुर में हुई हिंसा पर सियासत तेज हो गई है. उद्धव ठाकरे गुट ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस को घेरा है. नितेश राणे और टी राजा सिंह के भड़काऊ बयानों पर कार्रवाई की मांग की गई है. एफआईआर में खुलासा हुआ है कि उपद्रवियों ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़छाड़ की और उनके कपड़े फाड़ने की कोशिश की.

औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर सियासत गर्म हो गई है. जहां बीजेपी से जुड़े कुछ नेता और संगठन इस मांग का समर्थन कर रहे हैं, वहीं जेडीयू और एनसीपी ने इसे गलत बताया है. विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल जैसे संगठन लगातार औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन संघ परिवार से जुड़े लोगों ने इस मांग को लेकर अब स्पष्ट संकेत दिए हैं कि संघ किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करता.

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, मंत्री प्रवेश वर्मा और भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने दिल्ली के दयाल सिंह कॉलेज के पास DTC बस डिपो के भीतर सुनहरी पूल नाले को ढकने के काम का निरीक्षण किया. इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्देश्य जल निकासी में सुधार करना और क्षेत्र के निवासियों को बेहतर पर्यावरण उपलब्ध कराना है.

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में इंस्टाग्राम चैट पर धार्मिक टिप्पणी को लेकर विवाद हो गया. कोतवाली थाना क्षेत्र के इकबाल चौक पर मंगलवार रात को यह घटना हुई. पुलिस को शिकायत मिलने पर केस दर्ज किया गया. विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद पुलिस ने बाजार बंद करवाया और आरोपी युवक को हिरासत में लिया. देखें.