नाटो समिट: अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन चीन के खिलाफ खुलकर बोले
AajTak
नाटो के नेताओं ने घोषणा की है कि चीन लगातार सुरक्षा के लिए चुनौती बना हुआ है. इन नेताओं का कहना है कि चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित व्यवस्था को कमतर करने के लिए काम कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नाटो को लेकर कहा है कि यह गठजोड़ पहले की तुलना में अब कहीं ज्यादा मजबूत है. बाइडन ने नाटो बैठक में चीन और रूस के खिलाफ सख्त कदम उठाने का भी संकेत दे दिया है. बाइडन ने नाटो बैठक से पहले एक ट्वीट में कहा, मैं आज अपने 29 सहयोगियों के साथ सामूहिक रूप से इस चर्चा करने आया हूं. चर्चा में रूस की आक्रामकता, चीन से मिल रही रणनीतिक चुनौती, साइबर हमला, आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे शामिल हैं. नाटो नेताओं की तरफ से चीन के खिलाफ बयान जारी करना अमेरिका के लिए कूटनीतिक जीत बताई जा रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रयास के बाद ही नाटो नेताओं ने एक सुर में चीन की आलोचना की है. (फोटो-AP) नाटो के नेताओं ने घोषणा की है कि चीन लगातार सुरक्षा के लिए चुनौती बना हुआ है. इन नेताओं का कहना है कि चीन अंतरराष्ट्रीय नियमों पर आधारित व्यवस्था को कमतर करने के लिए काम कर रहा है. नाटो नेताओं ने चिंता जताई कि चीन कितनी तेजी से परमाणु मिसाइल विकसित कर रहा है. नाटो नेताओं ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि चीन के लक्ष्य और 'दबाव बनाने वाले व्यवहार ने नियमों पर आधारित वैश्विक व्यवस्था के समक्ष चुनौती पेश कर दी है और गठबंधन की सुरक्षा वाले क्षेत्रों में भी यह चिंता का विषय है.' (फोटो-AP)यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन हो चुके हैं और इस दौरान वहां से लाखों लोग विस्थापित होकर देश छोड़ चुके है. ये लोग यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं जिसमें मोल्दोवा, स्लोवाकिया, इटली, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इस तरह पिछले ढाई सालों में यूक्रेन के लोग पूरे यूरोप में विस्थापित हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.