नहीं रहीं रेखा-हेमा मालिनी को पर्दे पर आवाज देने वाली गायिका शारदा राजन, 86 साल की उम्र में कैंसर से निधन
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हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय गायिका शारदा राजन अब हमारे बीच नहीं रहीं. कैंसर की बीमारी से लड़ते हुए उन्होंने आज अंतिम सांस ली. शारदा को 1966 की फिल्म सूरज के लोकप्रिय गीत तितली उड़ी के लिए जाना जाता है. वो अपनी अपरंपरागत आवाज के लिए मशहूर थीं और उन्होंने कई फिल्मों में एक्ट्रेस राजश्री के लिए गाना गाया था.
60 के दशक की मशहूर गायिका शारदा राजन का 86 साल की उम्र में निधन हो गया. वो लंबे समय से कैंसर से जूझ रही थीं. लंबे प्रयास के बाद भी उन्हें बचाया ना जा सका और उन्होंने हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह दिया.
मशहूर गायिका शारदा राजन का निधन हिंदी सिनेमा की लोकप्रिय गायिका शारदा राजन अब हमारे बीच नहीं रहीं. कैंसर की बीमारी से लड़ते हुए उन्होंने आज अंतिम सांस ली. शारदा को 1966 की फिल्म 'सूरज' के लोकप्रिय गीत 'तितली उड़ी' के लिए जाना जाता है. वो अपनी आवाज के लिए मशहूर थीं और उन्होंने कई फिल्मों में एक्ट्रेस राजश्री के लिए गाना गाया था.
शारदा का असली नाम शारदा राजन अयंगर था, उनका जन्म एक तमिल परिवार में हुआ था. उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में राज कपूर ने लॉन्च किया था. राज कपूर ने ही सिंगर को म्यूजिक डायरेक्टर जयकिशन से मिलवाया था. इसके बाद उन्हें 'सूरज' फिल्म में गाने का मौका मिला. बड़ी बात ये थी कि उन्हें अपने पहले ही गाने के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिला. ये समय लता मंगेशकर और आशा भोसले का था. इन दो महिला सिंगर्स के बीच शारदा की आवाज उस युग में एक बदलाव लाई थी.
इन फिल्मों में भी गाया गाना शारदा राजन ने 'एन इवनिंग इन पेरिस', 'अराउंड द वर्ल्ड', 'गुमनाम', 'सपनों का सौदागर' और 'कल आज और कल' जैसी फिल्मों में गाना गाया. उनके गाने वैजयंती माला, मुमताज, रेखा, शर्मिला टैगोर से लेकर हेमा मालिनी जैसी तमाम एक्ट्रेसेस पर फिल्माए गए हैं. शारदा 60 के दशक की स्टार थीं, जिन्होंने बड़े-बड़े म्यूजिशियन के साथ अलग-अलग भाषाओं में लिखे हुए गानों को अपनी आवाज दी.
वो अपने करियर में अच्छा कर रही थीं. इसके बाद 70 के दशक में उन्होंने अपना पॉप एल्बम लॉन्च किया और संगीत निर्देशन की ओर रुख किया. उनका आखिरी गाना 80 के दशक में फिल्म 'कांच की दीवार' में था. हालांकि, शारदा ने 2007 में मिर्जा गालिब गजल अंदाज-ए-बयान और के एल्बम के साथ वापसी की. इसके बाद शारदा लाइम लाइट से दूर हो गई थीं.
सिंगर सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती थीं और अक्सर अपने सुनहरे दिनों के वीडियो पोस्ट करती थीं. उम्र के अंतिम पड़ाव में भी उन्होंने संगीत का साथ नहीं छोड़ा. वो Titliudi नाम की वेबसाइट चलाती थीं, जहां वो बच्चों को संगीत की शिक्षा देती थीं.