'नशे में थी प्रिया, खुद कार से लटकी, फिर...', अश्वजीत के परिवार के बयान से कहानी में आया ट्विस्ट
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अश्वजीत की फैमिली ने एक बयान जारी कर कहा है कि युवती नशे में थी और पारिवारिक आयोजन में जबरदस्ती घुस आई थी. सिर्फ इसलिए कि अश्वजीत ने आधी रात को उसके कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दिया, इस लड़की ने उसे और उसके दोस्तों को गाली देना और मारना शुरू कर दिया.
महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नौकरशाह के बेटे अश्वजीत गायकवाड़ पर ठाणे में 26 वर्षीय प्रिया सिंह के साथ मारपीट करने और उसे अपनी गाड़ी से कुचलने का प्रयास करने का आरोप लगा है. अब इस मामले में गायकवाड़ के परिवार ने एक बयान जारी किया है, जिसमें हत्या के प्रयास के दावों सहित युवती द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया गया है. परिवार के बयान के मुताबिक घटना वाले दिन अश्वजीत अपने परिवार और दोस्तों के साथ ठाणे के एक होटल में पार्टी कर रहा था. उसकी पत्नी और बच्चे भी इस गेट-टूगेदर में मौजूद थे.
अश्वजीत के परिवार की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'यह सुबह के 4 बजे की बात नहीं है बल्कि रात के 1:30 या 2 बजे थे. इस लड़की ने उसी समय अश्वजीत से मिलने की इच्छा जताई और उसे मैसेज करना शुरू कर दिया. वह कोर्टयार्ड होटल भी पहुंच गई और पार्टी में जबरदस्ती शामिल हो गई. हां, वह वहां घुस गई जहां अश्वजीत अपने दोस्तों और परिवार के साथ था'. फैमिली ने आगे दावा किया, 'युवती नशे में थी. सिर्फ इसलिए कि अश्वजीत ने आधी रात को उसके कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दिया, इस लड़की ने उसे और उसके दोस्तों को गाली देना और मारना शुरू कर दिया'.
बयान में कहा गया है, 'हो सकता है कि दोनों के बीच कोई अतीत रहा हो, लेकिन अश्वजीत का कहना है कि वह और सिर्फ लड़की दोस्त थे. अब अश्वजीत का यह भी दावा है कि उसने कई मौकों पर लड़की को पैसे दिए हैं; भले ही वह उस समय लड़की के साथ रिश्ते में था, लेकिन हाल ही में उनका ब्रेकअप हो गया होगा. जब उसने (प्रिया सिंह) अश्वजीत और उसके दोस्तों को मारना शुरू कर दिया, तो वह शर्मिंदा होकर अपने परिवार के साथ मौके से चला गया. अश्वजीत के जाने के बाद उसका ड्राइवर भी वहां से निकलना चाहता था. उसने अपनी गाड़ी जैसे ही आगे बढ़ाई, युवती गाड़ी पकड़कर लटक गई. ड्राइवर ने स्पीड बढ़ाई तो वह गिर गई और इस दौरान उसने खुद को गंभीर चोट पहुंचा ली'.
परिवार का आरोप- लड़की खुद गाड़ी पकड़कर लटकी थी
बयान में आगे कहा गया है, 'ड्राइवर ने अपनी गाड़ी के रियर व्यू मिरर में देखा कि लड़की गिर गई है. वह वापस गया और युवती को तुरंत पास के अस्पताल पहुंचाया. यहां सभी औपचारिकताएं पूरी कीं. ड्राइवर और अन्य ने लड़की की बहन को घटना के बारे में सूचित कर दिया है और उसे युवती का सामान सौंपकर अस्पताल से निकल गया. तक पता चला कि लड़की का अस्पताल बदल दिया गया है. परिवार ने आरोप लगाया है, 'भगवान जानता है कि कौन किसके संपर्क में आया. एक स्थानीय प्रतिद्वंद्वी मौके पर पहुंच गया और उसने सोचा कि यह गायकवाड़ परिवार से बदला लेने का सबसे अच्छा मौका है'.
परिवार के मुताबिक पुलिस ने इसलिए अश्वजीत के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया क्योंकि सीसीटीवी फुटेज में वह उस फ्रेम में कहीं नहीं दिखा, जब लड़की कार से गिरकर घायल हुई. अश्वजीत की फैमिली ने अपने बयान में कहा है, 'यह सिर्फ इकलौता मामला नहीं है. हनी ट्रैपिंग और बाद में ब्लैकमेलिंग इन दिनों उन लड़कियों के लिए एक बहुत ही आम बात बन गई है, जो यहां सपनों के शहर में हैं और कुछ बड़ा करने के लिए अकेली रह रही हैं. और वैसे भी, जब हादसे के 4 घंटे के अंदर अस्पताल बदला गया तो क्या लड़की की टॉक्सिकोलॉजी रिपोर्ट की गई? यदि हां, तो इसे जारी करने की आवश्यकता है'.
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