
दो-तिहाई आबादी और 75% ग्लोबल ट्रेड... जानें कितना बड़ा है G-20, जिसमें शामिल होंगे पीएम मोदी
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इंडोनेशिया के बाली में होने जा रही G-20 समिट में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवाना हो चुके हैं. पीएम मोदी 45 घंटे तक बाली में रहेंगे. इस दौरान उनके कई कार्यक्रम हैं. G-20 का गठन 1999 में हुआ था. भारत शुरू से ही इसका सदस्य रहा है. दिसंबर में G-20 की अध्यक्षता भारत के पास आ जाएगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई देशों के नेता इंडोनेशिया के बाली में इकट्ठा हो रहे हैं. ये नेता 15 और 16 नवंबर को होने वाली G-20 समिट में हिस्सा लेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन रविवार को बाली पहुंच चुके हैं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह इंडोनेशिया के लिए रवाना हुए.
G-20 समिट में दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेता शामिल होते हैं. ये समिट ऐसे समय हो रही है जब दुनिया के सामने रूस-यूक्रेन समेत कई तरह की चुनौतियां हैं. इस समिट में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं होंगे. उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव हिस्सा लेंगे.
G-20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का संगठन है. इसके नेता हर साल जुटते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने की योजना पर चर्चा करते हैं.
G-20 क्या है?
- G-20 का गठन 1999 में हुआ था. तब ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था. इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था.
- 2008-2008 में दुनिया में भयानक मंदी आई थी. इस मंदी के बाद इस संगठन में बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया. 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसकी समिट हुई.

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