दो कुर्मी, दो भूमिहार, एक महादलित... बिहार की नई सरकार में ऐसे साधा गया जातीय समीकरण
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नीतीश कुमार आज एक बार फिर बिहार के सीएम बन रहे हैं. इसके साथ ही बिहार में दो डिप्टी सीएम भी बनाए हैं. इसके साथ ही जातीय आंकड़ा भी देख लीजिए. बीजेपी ने कुर्मी के 2 मंत्री, भूमिहार जाति के 2, राजपूत से एक, यादव जाति से भी एक मंत्री बनाया जा रहा है. इसके अलावा पिछड़ा, अतिपिछड़ा और महादलित से भी एक-एक मंत्री बनाए जा रहे हैं.
बिहार की राजनीति में कास्ट की बहुत अहमियत है. अब जब ये तय हो गया है कि नीतीश कुमार पाला बदलकर बीजेपी के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं, तो नई सरकार में भी जाति आधारित समीकरण को साधने की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है. नीतीश के सिर पर भले ही नौवीं बार सीएम का ताज सज रहा है, लेकिन नई सरकार में मंत्री पद के लिए जो नाम चुने गए हैं, वह जाति के समीकरण को ध्यान रखते हुए चुने गए हैं.
नीतीश कुमार फिर बने सीएम नीतीश कुमार आज एक बार फिर बिहार के सीएम बन गए हैं. इसके साथ ही बिहार में दो डिप्टी सीएम भी बनाए हैं. इसके साथ ही जातीय आंकड़ा भी देख लीजिए. बीजेपी ने कुर्मी के 2 मंत्री, भूमिहार जाति के 2, राजपूत से एक, यादव जाति से भी एक मंत्री बनाया जा रहा है. इसके अलावा पिछड़ा, अतिपिछड़ा और महादलित से भी एक-एक मंत्री बनाए जा रहे हैं.
कुर्मी समाज से नीतीश, कोइरी हैं सम्राट चौधरी नीतीश कुमार खुद कुर्मी समाज से हैं. सम्राट चौधरी कोइरी समाज से हैं और उन्हें डिप्टी सीएम की कुर्सी सौंपी जा रही है. विजय कुमार चौधरी भी मंत्री की कुर्सी पर बिठाए जाएंगे जो कि भूमिहार जाति से हैं. विजेद्र यादव भी हैं और प्रेम कुमार कहार जाति से हैं, जो कि मंत्री बन रहे हैं. श्रवण कुमार, कुर्मी समाज से हैं. सुमित सिंह राजपूत हैं और संतोष सुमन मंत्रिमंडल में रहकर महादलित समाज से आते हैं. विजय सिन्हा भूमिहार हैं जिन्होंने आज मंत्री पद की शपथ ली.
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