![दुनिया के ये देश हैं सबसे महंगे, दूध-ब्रेड खरीदने से पहले भी सौ बार देखेंगे कीमत](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202108/1_34-sixteen_nine.jpg)
दुनिया के ये देश हैं सबसे महंगे, दूध-ब्रेड खरीदने से पहले भी सौ बार देखेंगे कीमत
AajTak
आमतौर पर ज्यादातर लोग अपने देश से दूसरे देश में जाकर बसना पसंद करते हैं. कुछ लोगों को विदेश में जाकर रहना काफी पसंद होता है. पर सच्चाई इससे थोड़ी अलग है. दुनियाभर में कई देश इतने महंगे हैं कि वहां जाकर रहना और जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो सकता है.
आमतौर पर ज्यादातर लोग अपने देश से दूसरे देश में जाकर बसना पसंद करते हैं. कुछ लोगों को विदेश में जाकर रहना काफी पसंद होता है. पर सच्चाई इससे थोड़ी अलग है. दुनियाभर में कई देश इतने महंगे हैं कि वहां जाकर रहना और जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो सकता है. हालांकि, इनमें से कुछ देशों का किराया कम हो या फिर खाना सस्ता हो पर वो किसी और कारण से भी महंगे हो सकते हैं. अगर आप भी किसी और देश में जाकर रहने की सोच रहे हैं तो बताई गई इन देशों की लिस्ट को एक बार जरूर पढ़ें और जानें कि दुनिया में कौन से देश रहने के लिए सबसे महंगे हैं. photo credit- pixabay स्विट्जरलैंड- पूरी दुनिया में रहने के लिहाज से स्विट्जरलैंड को सबसे महंगा देश घोषित किया गया है. खाने-पीने से लेकर होटल, कपड़े, घर आदि सबस कुछ बहुत महंगा है. इतना ही नहीं, स्वास्थ्य बीमा की बात की जाए तो ये देश महंगे देशों की लिस्ट सबसे ऊपर है. यहां के रेस्टोरेंट और ग्रॉसरी की कीमत दुनिया के किसी भी देश की तुलना में अधिक महंगी बताई जाती है. इस देश में आपको अपने घर में रहने के लिए भी टैक्स भरना पड़ता है. photo credit- getty images![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.