दिल्ली हिंसा ग्राउंड रिपोर्टः हंगामें की दास्तां बयां करते सड़कों पर बिखरे पत्थर और कांच की टूटी बोतलें
AajTak
Jahangirpuri Hanuman Jayanti violence: जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई हिंसा के बाद रविवार की सुबह इलाके में तनावपूर्ण शांति है. लोग अपने घरों से रोजमर्रा की चीजें खरीदने के लिए निकल रहे हैं, लेकिन अभी भी वहां भारी संख्या में पुलिस तैनात है. गलियों के मेन गेट बंद हैं.
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद अब माहौल में तनावपूर्ण शांति है. इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है. जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है. पूरा इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है. साथ ही ड्रोन से निगरानी की जा रही है. सुरक्षाबलों की चप्पे-चप्पे पर नजर है. यहां से आने जाने वाले हर आदमी पर नजर रखी जा रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. दिल्ली पुलिस ने कह कि किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें. शांति बनाए रखें. पुलिस हर पहलू की जांच करेगी.
इसके साथ ही कहा कि जहां अंधेरा है, वहां उजाला करें, ताकि हर व्यक्ति पर नजर रखी जा सके. अन्यथा आपके बीच में ही कोई घटना को अंजाम दे सकता है. अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
रविवार की सुबह लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरतों का सामान खरीदने के लिए अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. लेकिन इलाके में अभी भी पैरा मिलिट्री फोर्स औऱ रैपिड एक्शन फोर्स तैनात है. पुलिस इलाके में मार्च कर रही है. पुलिस के आलाअधिकारी रातभर से मौके पर मौजूद हैं. हिंसा की जांच के लिए 10 टीमें बना दी गई हैं.
बीती रात हुई हिंसा के निशां अभी भी इलाके की सड़कों पर देखे जा सकते हैं. यहां जगह-जगह पत्थर बिखरे पड़े हैं. कांच टूटे पड़े हैं, स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. यहां पैरामिलिट्री फोर्स गलियों के मेन गेट पर तैनात है. एक किलोमीटर के इलाके में सुरक्षा का कड़ा घेरा है. गलियों के गेट बंद कर हैं. इसके साथ ही पुलिस अब इलाके के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब पथराव हुआ तो सभी लोग जान बचाने के लिए यहां वहां भागे. फिर अचानक से एक भीड़ आ गई. फिर बाइकें जला दी गई. हिंसा करने वाले लोग गलियों में घुस गए. दुकानें लूट ली गईं. गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए. पुलिस के सामने कुछ लोग तलवारें लेकर खड़े रहे. घरों पर पत्थरबाजी हुई. आरोपियों ने घरों पर पत्थर फेंके. घरों के बाहर खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया. वहीं दिल्ली के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि यहां हालात नियंत्रण में है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.