दिल्ली: हिंदी अकादमी ने किया 3 साल के पुरस्कारों का एक साथ ऐलान, सौरभ भारद्वाज बोले- मील का पत्थर दोबारा स्थापित किया
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दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी ने साहित्य से जुड़े तीन साल के पुरस्कारों का एक साथ ऐलान किया है. इस दौरान दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा,'पुरस्कारों की घोषणा से हिंदी अकादमी ने साहित्य के क्षेत्र में एक मील का पत्थर दोबारा स्थापित किया है.'
हिंदी अकादमी दिल्ली ने पिछले 3 साल के साहित्य पुरस्कारों का एक साथ ऐलान कर दिया है. इन पुरस्कारों की घोषणा दिल्ली सरकार के कला संस्कृति एवं भाषा मंत्री और हिन्दी अकादमी के अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने की. इस दौरान उन्होंने कहा,'पुरस्कारों की घोषणा से हिंदी अकादमी ने साहित्य के क्षेत्र में एक मील का पत्थर दोबारा स्थापित किया है, जो पुरस्कार किन्हीं कारणों से पिछले 6 सालों से नहीं दिए गए थे, उन्हें अकादमी ने फिर से शुरू किया है.'
इस अवसर पर हिंदी अकादमी के उपाध्यक्ष पद्मश्री सुरेन्द्र शर्मा ने कहा,'अकादमी ने पिछले 3 सालों के पुरस्कारों की घोषणा कर एक बड़ा काम किया है. साहित्य जगत में काफी समय से इन पुरस्कारों की चर्चा थी. इन पुरस्कारों की घोषणा से देश में हिंदी अकादमी दिल्ली का मान बढ़ेगा.'
पुरस्कारों से इन्हें किया गया सम्मानित
इन 3 सालों के पुरस्कार दिए गए एक साथ
इस अवसर पर उपाध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने अकादमी के एक नये पुरस्कार की घोषणा की, जिसमें देश के वरिष्ठ साहित्यकार को 11 लाख रुपए की राशि से सम्मानित किया जाएगा. इस साल शलाका/साहित्यकार सम्मान के तहत 2022-2023, 2023-2024 और 2024-2025 के पुरस्कारों की घोषणा एक साथ की गई है.
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