दिल्ली चुनाव 2025 में अरविंद केजरीवाल की मजबूती क्या है?
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दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल सबसे बड़े मुद्दे बन गए हैं. वे विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा हैं, जिनका मुकाबला करने के लिए बीजेपी या कांग्रेस के पास कोई बड़ा नेता नहीं है. केजरीवाल विक्टिम कार्ड खेलने में माहिर हैं और बीजेपी विरोधी वोटों को एकजुट करने की क्षमता रखते हैं. हालांकि, मनीष सिसोदिया की गैरमौजूदगी और आतिशी का बढ़ता कद भी चर्चा का विषय है. 5 फरवरी को होने वाले मतदान में यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली की जनता केजरीवाल के विक्टिम कार्ड पर कैसी प्रतिक्रिया देती है.
दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 के तारीखों के ऐलान के बाद सियासी पारा बढ़ गया है. सीएम आवास को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है. AAP नेता पहले सीएम आवास गए और अंदर जाने की जिद पर सड़क पर बैठ गए. उसके बाद प्रधानमंत्री आवास जाने की कहकर निकले तो वहां भी रास्ते में पुलिस ने रोक दिया. इस बीच, बीजेपी नेता भी बंगले विवाद में कूद पड़े और सीएम आतिशी के बंगले पर पहुंच गए.
वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर संविधान (129वां संशोधन) विधेयक और केंद्र शासित प्रदेश कानून (संशोधन) विधेयक हाल ही में शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में पेश किए गए और समिति को भेजे गए हैं, जिस पर अब बैठक कर चर्चा हो रही है. JPC का काम है इस पर व्यापक विचार-विमर्श करना, विभिन्न पक्षकारों और विशेषज्ञों से चर्चा करना और अपनी सिफारिशें सरकार को देना.
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दुनिया में कई भाषाएं बनीं और खत्म भी हो गईं. इस बीच प्राचीन वक्त की कई लिपियों को ठीक-ठाक पढ़ लिया गया कि उनमें क्या लिखा है, लेकिन सिंधु घाटी स्क्रिप्ट अब भी अबूझ है. हाल में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने इसे डीकोड करने वालों को बड़ा पुरस्कार देने का एलान किया. अब तक इसे समझने की सैकड़ों कोशिशें बेकार हो चुकीं.
सीलमपुर, जाफराबाद, सेंट्रल दिल्ली के वे इलाके जहां अवैध बांग्लादेशियों के छिपे होने की आशंका थी वहां दिल्ली पुलिस ने फोकस किया. इसके अलावा बाहरी दिल्ली और साउथ वेस्ट दिल्ली का काफी बड़ा इलाका भी पुलिस की कार्रवाई में शामिल था. अब तक के आंकड़ों की अगर बात करें तो पिछले एक महीने में दिल्ली पुलिस ने करीब 500 संदिग्धों के दस्तावेजों की जांच की है. जांच के दौरान अब तक 100 अवैध बंगलादेशी गिरफ्तार किए गए हैं.