दिल्लीः केरल में राहुल गांधी के कार्यालय पर हमले के खिलाफ यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
AajTak
केरल के वायनाड में राहुल गांधी के संसदीय कार्यालय में एसएफआई कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी. इस घटना के खिलाफ यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में सीपीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र से सांसद राहुल गांधी के संसदीय कार्यालय पर एक दिन पहले हमले का मामला सामने आया था. इस घटना को लेकर अब सियासत गर्म होती नजर आ रही है. केरल के वायनाड में राहुल गांधी के संसदीय कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना के विरोध में शनिवार को यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन किया.
यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) के कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया. हाथों में तख्तियां लेकर सीपीएम कार्यालय के बाहर पहुंचे यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के वायनाड स्थित संसदीय कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को लेकर नारेबाजी की और विरोध-प्रदर्शन किया.
यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के संसदीय कार्यालय में वामपंथी छात्र संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) के कार्यकर्ताओं की ओर से तोड़फोड़ किए जाने पर रोष व्यक्त किया. गौरतलब है कि एसएफआई कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मार्च निकाला था. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में ये साफ कर दिया था कि संरक्षित वन, वन्यजीव अभयारण्य के आसपास के एक किलोमीटर दायरे में पूरे इलाके पर्यावरण संवेदनशील क्षेत्र (ESZ) रहने वाला है.
केरल में जो लोग इस दायरे में आ रहे हैं, उन्हें नियमों के सख्ती से अनुपालन को लेकर चिंता है. वायनाड में एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने इसी के विरोध में मार्च निकाला था. प्रदर्शनकारी स्थानीय सांसद राहुल गांधी से उनका पक्ष जानना चाहते थे. प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी के संसदीय कार्यालय में तोड़फोड़ भी की.
केरल सरकार ने इस मामले में कलपेट्टा के डीएसपी को निलंबित कर दिया है. केरल सरकार ने एडीजीपी रैंक के एक अधिकारी से इस घटना की जांच कराने के भी आदेश दे दिए हैं. केरल सरकार ने जांच के आदेश देने के साथ ही एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है लेकिन इस घटना को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में रोष है.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.