![दाऊद पर सबूतों की कमी नहीं, कराची में है ठिकाना... लेकिन PAK है कि मानता नहीं!](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202210/dawood_ibrahim-sixteen_nine.jpg)
दाऊद पर सबूतों की कमी नहीं, कराची में है ठिकाना... लेकिन PAK है कि मानता नहीं!
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दाऊद इब्राहिम को लेकर एक बार फिर पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई है. दिल्ली में हो रही इंटरपोल की बैठक में आए पाकिस्तानी अधिकारियों से जब दाऊद को लेकर सवाल किया गया, तो वो बिना जवाब दिए ही चले गए. जबकि, दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही है. उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है और वो कराची में रह रहा है.
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) पाकिस्तान में ही है. इसके पुख्ता सबूत भी हैं. लेकिन उसके बावजूद पाकिस्तान चुप रहता है. मानता ही नहीं है कि दाऊद उसके यहां एक आलीशान बंगले में बैठा हुआ है. अब एक बार फिर जब दाऊद की मौजूदगी के बारे में पूछा गया तो पाकिस्तान की बोलती बंद हो गई.
हुआ ये कि भारत में 25 साल बाद इंटरपोल की बैठक हो रही है. ये बैठक दिल्ली के प्रगति मैदान में हुई. इस बैठक में शामिल हुए पाकिस्तान के प्रतिनिधियों से जब आजतक ने दाऊद इब्राहिम से जुड़ा सवाल पूछा, तो वो खामोश हो गए. इस सवाल का जवाब दिए बिना ही पाकिस्तान के प्रतिनिधि वहां से चले गए.
दाऊद इब्राहिम 1993 के मुंबई ब्लास्ट का मास्टरमाइंड है. अमेरिका ने भी उसे आतंकी घोषित कर रखा है. मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद भारत से भाग गया था. वो कराची में रह रहा है. भारत ने कई बार इसके सबूत दिए हैं. पाकिस्तान ने भी एक बार दाऊद की मौजूदगी की बात मानी थी. ये अलग बात है कि एक दिन बाद ही वो अपनी बात से पलट गया था.
जब पाकिस्तान ने मानी दाऊद उसके यहां है
तारीख 22 अगस्त 2020. पाकिस्तान ने माना कि भारत का मोस्ट वॉन्टेड अपराधी कराची में रहता है. वो जिस बिल्डिंग में रहता है, उसका नाम 'व्हाइट हाउस' है.
पाकिस्तान ने माना था कि दाऊद इब्राहिम कराची में सऊदी मस्जिद के बगल में बनी व्हाइट हाउस बिल्डिंग में रहता है. उसका हाउस नंबर 37-30 स्ट्रीट है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.