दक्षिण कोरिया के लिथियम बैटरी प्लांट में लगी भयानक आग, 22 की मौत, 8 घायल
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लिथियम बैटरी प्लांट में लगी आग से निकलने वाले धुएं के कारण, ह्वासोंग के अधिकारियों ने कई एडवाइजरी जारी की हैं और लोगों से घरों के अंदर रहने और अपनी खिड़कियां बंद रखने की सलाह दी है.
दक्षिण कोरिया में सोमवार को एक लिथियम बैटरी प्लांट में भीषण आग लगने से करीब 22 लोगों की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए. अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. पहले 16 श्रमिकों के मरने और तीन के घायल होने की खबर थी लेकिन दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि उन्हें सियोल से 45 किमी दक्षिण में ह्वासोंग स्थित कारखाने से 22 शव मिले हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, मरने वालों में एक लाओशियन और 18 चीनी मजदूर शामिल हैं. कॉर्पोरेट अधिकारियों से मिली जानकारी का हवाला देते हुए अग्निशमन अधिकारी किम जिन-यंग ने कहा कि बाकी मृत कर्मचारी किस देश से हैं यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है.
सुबह 10:30 बजे लगी थी आग
पुलिस के अनुसार, सुबह करीब 10:30 बजे दक्षिण कोरियाई बैटरी निर्माता एरिसेल (Aricell) के प्लांट में आग लग गई. दोपहर 3 बजे के बाद इस पर काबू पा लिया गया. दक्षिण कोरिया लिथियम बैटरी का एक प्रमुख निर्यातक है और एसके ऑन, एलजी एनर्जी सॉल्यूशन और सैमसंग एसडीआई सहित इस सेक्टर की प्रमुख कंपनियों का गढ़ है.
घरों में रहने और खिड़कियां बंद रखने की सलाह
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने अधिकारियों को 'लोगों की खोज और बचाव पर फोकस करने के लिए' सभी कर्मचारियों और उपकरणों को जुटाने का निर्देश दिया है. राष्ट्रपति कार्यालय ने इसकी जानकारी दी.
रिपोर्ट के अनुसार सभी आरोपियों ने 2 फरवरी को इस्ताना (निषिद्ध क्षेत्र) की परिधि में बिना परमिट के सभा या जुलूस किया था. इसी केस में सिंगापुर की कोर्ट ने भारतीय मूल की कार्यकर्ता समेत तीन महिलाओं पर आरोप लगाया है. भारतीय मूल की अन्नामलाई एक जानी-मानी ह्यूमन एक्टिविस्ट हैं. जिन पर मोसामद, सिती अमीरा और अन्य को अपने साथ शामिल करके कथित अपराध को बढ़ावा देने का आरोप है.
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