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तेजस में नई जान फूंकेगा अपग्रेडेड ‘कावेरी इंजन’, दुश्मनों पर काल बनकर टूटेगा भारत का महाबली!
Zee News
ब्रह्मोस एयरोस्पेस अब कावेरी इंजन के लिए नया आफ्टरबर्नर बनाएगा, जिससे कुल ताकत 78.4kN हो जाएगी. यह प्रदर्शन भारत में उपयोग हो रहे GE F-404 इंजन से बेहतर माना जा रहा है. तेजस जैसे फाइटर जेट्स के लिए यह इंजन स्वदेशी विकल्प बन सकता है. इसका परीक्षण जल्द शुरू होगा.
Kaveri engine future plan: भारत के स्वदेशी कावेरी इंजन प्रोजेक्ट को एक नया बूस्टर मिलने जा रहा है. इसके लिए ब्रह्मोस एयरोस्पेस को नया आफ्टरबर्नर सेक्शन डिजाइन करने की जिम्मेदारी दी गई है. यह आफ्टरबर्नर कावेरी डेरिवेटिव इंजन (KDE) की ताकत को 49kN से बढ़ाकर 78.4kN कर देगा. यह क्षमता भारत में इस्तेमाल हो रहे अमेरिकी GE F-404 इंजन के बराबर या उससे बेहतर मानी जा रही है. इस इंजन की सबसे बड़ी खासियत है कि बदलते मौसम में भी इसका परफॉरमेंस बरकरार रहेगा. रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही इसका सफल परीक्षण होता है, तेजस लड़ाकू विमान में इस्तेमाल किया जा सकता है.

Who is better in nuclear power, India or Pakistan?: 1968 में परमाणु अप्रसार संधि की स्थापना के बाद 1974 में पहली बार शांतिपूर्ण परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत ने परमाणु हथियारों की दौड़ में प्रवेश किया. भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए क्योंकि भारत ने दावा किया कि यह उनके प्रति भेदभावपूर्ण है.

Airborne Megawatt Laser Weapon: DRDO ने एक ऐसा लेजर वेपन बनाने का फैसला किया है, जिसे लड़ाकू विमानों में फिट किया जा सकेगा और ये बैलिस्टिक मिसाइलों को तबाह करने की ताकत रखेगा. चीन और पाकिस्तान की ओर से बढ़ते खतरे को देखते हुए ये वेपन बनाया जाएगा. DRDO ने हाल ही में कई सारे लेजर वेपन बनाए थे, जो Directed Energy Weapon की फेहरिस्त में भारत का नाम लगातार ऊंचा कर रहे हैं. अब चीन और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए ये नया हथियार तैयार किया जा रहा है. इसमें कई सारी खूबियां भी होने वाली हैं.