)
भारत का परमाणु बम पाकिस्तान से कमजोर या ताकतवर? जानें किसका न्यूक्लियर पावर दमदार
Zee News
Who is better in nuclear power, India or Pakistan?: 1968 में परमाणु अप्रसार संधि की स्थापना के बाद 1974 में पहली बार शांतिपूर्ण परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत ने परमाणु हथियारों की दौड़ में प्रवेश किया. भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए क्योंकि भारत ने दावा किया कि यह उनके प्रति भेदभावपूर्ण है.
Pahalgam Attack, India vs Pakistan: दक्षिण एशिया में परमाणु क्षमताओं के कारण भारत-पाकिस्तान सीमा दुनिया के सबसे खतरनाक स्थानों में से एक है. 1968 में परमाणु अप्रसार संधि की स्थापना के बाद 1974 में पहली बार शांतिपूर्ण परमाणु परीक्षण करने के बाद भारत ने परमाणु हथियारों की दौड़ में प्रवेश किया.

Dry Kaveri Engine: भारत अपनी सैन्य शक्तियों को लगातार मजबूती दे रहा है. देश का रक्षा मंत्रालय अब स्वदेशी ड्राई कावेरी इंजन के ऊपर बेहद अग्रेसिव टाइमलाइन में काम करने लगा है. भारत के रक्षा मंत्रालय ने गैस टर्बाइन रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट (GTRE) को 2026 तक ड्राई कावेरी इंजन का सर्टिफिकेशन पूरा करने के निर्देश दिए हैं.

China nuclear aircraft carrier: चीन ने अपने पहले परमाणु ऊर्जा से चलने वाले विमानवाहक पोत का निर्माण शुरू कर दिया है. चीन का यह नया जहाज 1 लाख टन का होगा, जो अमेरिकी नौसेना के सबसे बड़े जहाजों के बराबर है. चीन की इस तेजी ने भारतीय नौसेना के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, क्या भारत को भी इतना ही बड़ा जहाज बनाना चाहिए, या फिर चीन को रोकने के लिए परमाणु हमले वाली पनडुब्बियों (SSN) पर पैसा लगाना चाहिए.

Su-30MKI upgrade IAF Super-30 plan: भारतीय वायुसेना अपने Su-30MKI बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए 'सुपर-30' अपग्रेड प्रोग्राम पर तेजी से काम कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस अपग्रेड का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा इसका सॉफ्टवेयर होगा, जिसे भारत में ही विकसित किया जा रहा है. इससे न केवल विमान की ताकत बढ़ेगी, बल्कि रूस पर देश की निर्भरता भी काफी कम हो जाएगी.

New Year Offbeat Travel Destinations in India: भारत में घूमने के लिए लोग हमेशा तैयार रहते हैं, जिसके चलते वे नई जगहों को खोजते रहते हैं. देश में नए साल पर लोग घूमने के लिए काफी बेताब होते हैं. जिसके चलते वे ऑफबीट जगहों की तलाश में रहते हैं. देश में कई ऐसी जगहें हैं जो नए साल पर घूमने के लिए बेस्ट हैं.

fixed wing surveillance UAV of Indian Army: भारत अपनी सैन्य शक्तियों को लगातार मजबूत कर रहा है. जिसको लेकर देश में स्वदेशी तरह से कई हथियारों का निर्माण हो रहा है. अब इसी सिलसिले को जारी रखते हुए भारतीय सेना ने आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. वेस्टर्न कमांड ने इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के लिए मेड इन इंडिया ड्रोन को मैदान में उतारा है.

IAF Astra Mk2 Missile: भारतीय वायुसेना अपनी हवाई ताकत को दुनिया में सबसे ऊपर ले जाने के लिए अस्त्र मार्क-2 (Astra MkII) मिसाइल को बड़े पैमाने पर शामिल करने की योजना बना रही है. यह मिसाइल अब अपने विकास के अंतिम चरण में है और जल्द ही इसके उत्पादन को मंजूरी मिलने वाली है. वायुसेना लगभग 400 ऐसी मिसाइलों का बल्क ऑर्डर देने की तैयारी में है, जो दुश्मन के विमानों को उनकी नजर में आने से पहले ही खत्म करने की क्षमता रखती हैं.

Tejas Mk2 Fighter Jet: दशकों से भारतीय वायुसेना का तरीका यह रहा है कि वह अपनी जरूरतें बताती थी और फिर रक्षा संस्थान जैसे HAL और ADA विमान तैयार करके देते थे. इस प्रक्रिया में कई बार सालों की देरी हो जाती थी. लेकिन Tejas Mk2 के मामले में वायुसेना ने इस 'वेटिंग गेम' को खत्म कर दिया है. 2026 में होने वाली संभावित पहली उड़ान के बाद, वायुसेना ने लक्ष्य रखा है कि 2030 से पहले यह विमान सरहद की सुरक्षा के लिए तैनात हो जाए.






