
'तालिबान से बात जरूरी, तुरंत मान्यता ना दी जाए', अफगानिस्तान स्थिति पर बोले पुतिन
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मास्को में तालिबान संग होने जा रही अहम बैठक से पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि तालिबान से बात करना काफी जरूरी है. मान्यता बाद में दी जा सकती है, लेकिन उनसे संपर्क साधना आवश्यक हो गया है.
अफगानिस्तान में जब से तालिबान की सरकार बनी है, पूरी दुनिया की चिंता भी ज्यादा रही है और बदलते समीकरण पर सभी की नजर भी ज्यादा पैनी हुई है. इन कठिन परिस्थितियों में रूस एक ऐसा देश रहा है जिसने लगातार तालिबान से बातचीत की पैरवी है. एक बार फिर उसने अपना यही रुख सभी के सामने रखा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.