![तालिबान को रोकने के लिए ताजिकस्तान ने दिखाई ताकत, रूस ने भी लिया ये फैसला](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202107/tajik-rtxeokee-sixteen_nine.jpg)
तालिबान को रोकने के लिए ताजिकस्तान ने दिखाई ताकत, रूस ने भी लिया ये फैसला
AajTak
रूस ने तालिबान के संभावित खतरों को रोकने के लिए ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य उपकरण भेजे हैं. जबकि ताजिकिस्तान ने भी अफगानिस्तान सीमा पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अब तक अपना सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास किया है.
रूस ने तालिबान के संभावित खतरों को रोकने के लिए ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य उपकरण भेजे हैं, जबकि ताजिकिस्तान ने अफगानिस्तान सीमा पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अब तक का अपना सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास किया है. उत्तरी अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद ताजिकिस्तान पहले ही अपनी सीमा पर 20 हजार सैनिकों की तैनाती बढ़ा चुका है. ताजिकिस्तान अफगान सीमा को लेकर काफी सतर्क है. (फोटो-रॉयटर्स) उज्बेकिस्तान और रूस अगले कुछ दिनों में ताजिकिस्तान के साथ मिलकर अफगानिस्तान से लगी सीमा पर संयुक्त सैन्य अभ्यास करने वाले हैं. लेकिन इससे पहले ही ताजिकिस्तान ने सैन्य अभ्यास किया है. रॉयटर्स के मुताबिक अफगानिस्तान के उत्तरी पड़ोसी ताजिकिस्तान ने गुरुवार को मध्य एशियाई देश की पूरी सेना को शामिल करते हुए अपना अब तक का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास किया. और राष्ट्रपति ने अपनी सेना को सतर्कता बरतने का आदेश दिया है. (फोटो-रॉयटर्स)![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.