तालिबान को ये लिस्ट सौंप बाइडेन ने अपने ही पैरों पर मारी कुल्हाड़ी!
AajTak
अफगानिस्तान संकट के बीच तमाम देश अपने नागरिकों और कर्मचारियों को काबुल से निकाल रहे हैं. इस बीच, एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि अमेरिका ने तालिाबन को अपने अधिकारियों, ग्रीन कार्ड होल्डर, और अफगान सहयोगियों की सूची सौंपी थी जिन्हें वहां से निकाला जाना था.
अफगानिस्तान संकट के बीच तमाम देश अपने नागरिकों और कर्मचारियों को काबुल से निकाल रहे हैं. इस बीच, एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें कहा गया है कि अमेरिका ने तालिबान को अपने अधिकारियों, ग्रीन कार्ड होल्डर, और अफगान सहयोगियों की सूची सौंपी है जिन्हें वहां से निकाला जाना था. तालिबान को यह लिस्ट काबुल के बाहरी इलाकों में एंट्री की इजाजत देने के लिए दी गई थी. हालांकि इस फैसले को लेकर अमेरिकी सांसदों और अफसरों में विवाद शुरू हो गया है. इस फैसले पर सवाल उठाने वालों का कहना है कि ऐसा करके अमेरिका ने लोगों की जान जोखिम में डाल दी. (फोटो-AP) अमेरिकी न्यूज वेबसाइट पोलिटिको (POLITICO) के मुताबिक, पिछले सप्ताह अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हजारों लोगों की निकासी के लिए यह खाका तैयार किया गया था. तीन अमेरिकी सांसदों ने इसकी जानकारी पोलिटिको के साथ साझा की थी. काबुल पर तालिबान के काबिज होने के बाद एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था. एयरपोर्ट के बाहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी तालिबान के हाथ में आने के बाद बाइडेन प्रशासन ने यह फैसला लिया था. (फोटो-AP)यूक्रेन ने दावा किया कि रूस ने यूक्रेन पर इंटरकंटिनेंटल बेलिस्टिक मिसाइल (ICBM) से हमला किया. रूस इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. बड़ी बात ये है कि क्रेमलिन ने अपने विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता को इस बात की पुष्टि करने से मना कर दिया. लेकिन ये बातचीत लीक हो गई क्योंकि प्रवक्ता ने फ़ोन पर बात करते वक्त अपने माइक को ऑफ नहीं किया. हमारे पास इस बातचीत का पूरा वीडियो है.
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने पैसेंजर वैन पर बरसाईं गोलियां, हमले में 17 लोगों की मौत
आतंकी हमले में 10 लोगों की जान चली गई और एक पुलिस अधिकारी सहित दर्जनों लोग घायल हो गए. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी.
यूक्रेन युद्ध को 1000 दिन हो चुके हैं और इस दौरान वहां से लाखों लोग विस्थापित होकर देश छोड़ चुके है. ये लोग यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं जिसमें मोल्दोवा, स्लोवाकिया, इटली, पोलैंड, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन शामिल हैं. इस तरह पिछले ढाई सालों में यूक्रेन के लोग पूरे यूरोप में विस्थापित हो चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.