![तालिबान के खौफ से अफगान पायलट सेना छोड़ भागे, बेबस हुई सरकार](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202108/afghan-air-force-rtxe6dli_1-sixteen_nine.jpg)
तालिबान के खौफ से अफगान पायलट सेना छोड़ भागे, बेबस हुई सरकार
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तालिबान से जूझ रही अफगानिस्तान सरकार को लगातार झटके लग रहे हैं. निशाना बनाए जाने और लड़ाकू विमानों की खस्ता हालत से अफगान वायुसेना के पायलट नौकरी छोड़ने को मजबूर हैं.
तालिबान से जूझ रही अफगानिस्तान सरकार को लगातार झटके लग रहे हैं. निशाना बनाए जाने और लड़ाकू विमानों की खस्ता हालत से अफगान वायुसेना के पायलट नौकरी छोड़ने को मजबूर हैं. दरअसल, तालिबान ने एक हफ्ते से भी कम समय में छठवें शहर पर कब्जा कर लिया है. इससे अफगानिस्तान को इस्लामिक चरमपंथियों के हाथों से बाहर रखने की कोशिश कर रहे सरकारी सुरक्षा बलों को एक और झटका लगा है. डेली मेल की रिपोर्ट्स के मुताबिक, समांगन प्रांत की राजधानी ऐबक पर सोमवार सुबह जिहादी गुट ने कब्जा कर लिया. तालिबान ने ट्वीट कर बताया कि ऐबक के सभी सरकारी और पुलिस चौकियों पर कब्जा कर लिया गया है. (फोटो-Getty Images) डेली मेल ने समांगन प्रांत के डिप्टी गवर्नर सेफतुल्लाह सामंगानी के हवाले से भी पुष्टि की कि शहर अब तालिबान के 'पूर्ण नियंत्रण' में हैं. कुंदुज, सर-ए-पुल और तालोकान पर कब्जा करने के ठीक एक दिन बाद ऐबक पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है. तालिबान ने जरंज और शेबरघन शहर पर पिछले सप्ताह कब्जा कर लिया था. लश्कर गाह, कंधार और हेरात में भीषण लड़ाई अभी भी जारी है, जबकि तालिबान का दावा है कि अफगानिस्तान के उत्तर में सबसे बड़े शहर मजार-ए-शरीफ पर हमला किया गया. (फोटो-रॉयटर्स)![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
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रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
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PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.