
टोरेस ज्वेलर्स स्कैम केस में पुलिस का बड़ा खुलासा, यूक्रेनी महिला है मास्टरमाइंड
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महाराष्ट्र की टोरेस कंपनी लोगों को निवेश पर हाई रिटर्न का झांसा देकर ठगी करती थी, जिसके मास्टरमाइंड दो यूक्रेनी नागरिक हैं. इनमें एक महिला है. पुलिस ने जांच के दौरान बताया कि आर्टेम और ओलेना स्टोइन, तौसीफ और कंपनी के निदेशक सर्वेश सुर्वे के साथ इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे.
महाराष्ट्र के टोरेस ज्वेलर्स निवेश घोटाले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने घोटाले की मास्टरमाइंड दो यूक्रेनी नागरिकों की पहचान की है, जिनमें एक महिला है. पुलिस ने बताया कि आर्टेम और ओलेना स्टोइन कंपनी के निदेशक सर्वेश सुर्वे और तौसीफ के साथ मिलकर इस धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे. ओलेना और अर्टिम के खिलाफ जल्द ही एक लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि ओलेना और अर्टिम, घोटाला सामने आने के बाद देश छोड़ कर फरार हो गए हैं.
ज्यादा रिटर्न का दिया झांसा
धोखाधड़ी होने की सूचना पुलिस को नरीमन पॉइंट में रहने वाले एक सब्जी विक्रेता प्रदीप कुमार ममराज ने दी थी. पुलिस को कंपनी के खिलाफ 1,535 शिकायतें मिली हैं. कंपनी ने कथित तौर पर मोइसानाइट पत्थरों में निवेश पर उच्च रिटर्न का वादा करके निवेशकों को लुभाया था. कंपनी ने 6 फीसदी साप्ताहिक रिटर्न का वादा करती थी. कंपनी ने शुरुआत में रिटर्न का भुगतान करके निवेशकों का विश्वास हासिल किया, लेकिन 30 दिसंबर 2024 तक सभी भुगतान बंद कर दिए.
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20 करोड़ रुपये का घोटाला
टोरेस निवेश घोटाले में महाराष्ट्र पुलिस ने 11 जनवरी को बड़ी कार्रवाई की थी. पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने मुंबई की दादर में टोरेस ज्वेलरी स्टोर और शहर के एक फ्लैट से 5 करोड़ रुपये जब्त किए था. पुलिस अधिकारी ने बताया था कि टोरेस निवेश घोटाला 22 करोड़ रुपये का हो सकता है. उन्होंने बताया कि गुरुवार को अपराध शाखा की टीम ने छापा मारा जिसमें 5 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे.

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