जॉर्डन में US एयरबेस पर बड़ा ड्रोन अटैक, 3 अमेरिकी सैनिकों की मौत, दो दर्जन जख्मी
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इजरायल की जंग के बीच जॉर्डन में अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर हमला हुआ है. हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए हैं और कम से कम 25 घायल हुए हैं. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसके लिए ईरान समर्थित समूहों को जिम्मेदार ठहराया है. बताया जा रहा है कि हालिया हमला सीरिया से किया गया है.
इजरायल और हमास की जंग के बीच अमेरिका के लिए बड़ी मुश्किलें पैदा हुई हैं. सीरिया से लेकर इराक और अब जॉर्डन में भी अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले किए गए हैं. जॉर्डन में हालिया ड्रोन हमले में अमेरिकी सेना के तीन जवान मारे गए हैं. गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से ऐसा पहली बार है जब कोई अमेरिकी सैनिक मिडिल ईस्ट में मारा गया है.
जॉर्डन में जिस क्षेत्र में यूएस आउटपोस्ट पर हमले हुए हैं उसकी सीमा सीरिया से लगती है. सीमाई क्षेत्र में टावर-22 पर ड्रोन अटैक हुआ है, जिसमें अमेरिकी सैनिक मारे गए. अधिकारियों का दावा है कि ड्रोन हमले को ईरान समर्थित हथियारबंद समूह ने अंजाम दिया है और हमला सीरिया से किया गया था. उत्तर-पूर्वी जॉर्डन में किए गए हमले में तीन सैनिकों के मारे जाने के अलावा कम से कम 25 कर्मी घायल हुए हैं. एयरबेस को भी बड़ा नुकसान हुआ है.
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इराक-सीरिया से ईरान के समर्थक करते हैं हमले!
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी जॉर्डन स्थित आउटपोस्ट पर हमले से आगबबूला हैं. उन्होंने कहा है कि जिसने भी इस हमले को अंजाम दिया है उसे बख्शा नहीं जाएगा. राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि एक बात तो स्पष्ट है कि इस हमले को सीरिया और इराक से संचालित होने वाले ईरान समर्थित चरमपंथी समूहों ने अंजाम दिया है.
अमेरिकी ठिकानों पर युद्ध के बाद से 158 अटैक
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