जूलियन असांजे के वो 6 बड़े लीक जिनसे हैरान रह गई दुनिया, Wikileaks की कहानी
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अमेरिका के साथ हुई जूलियन असांजे की डील के बाद उन्होंने अमेरिकी कोर्ट में अपना दोष कुबूल कर लिया. इसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया और वह अपने देश ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए हैं.
विकिलीक्स (Wikileaks) वेबसाइट के संस्थापक जूलियन असांजे (Julian Assange) ने बुधवार को अमेरिकी खुफिया दस्तावेज लीक करने का अपना दोष अमेरिकी कोर्ट के समक्ष स्वीकार कर लिया. इसके साथ ही लगभग दशकभर से चल रही कानूनी लड़ाई का अंत हो गया.
अमेरिका के साथ हुई असांजे की डील के बाद असांजे ने अमेरिकी कोर्ट में अपना दोष कुबूल किया. इसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया और वह अपने देश ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए.
'विकिलीक्स के वो खुलासे जिसने मचाई थी सनसनी '
ग्वांतानामो बे (नवंबर 2007)
विकिलीक्स ने सबसे पहले ग्वांतानामो बे जेल से जुड़े हुए गोपनीय दस्तावेज लीक किए थे. उन्होंने क्यूबा की इस खतरनाक जेल से जुड़े 238 पेजों के दस्तावेज पब्लिश किए थे. इन दस्तावेजों से पता चला था कि बगैर पुख्ता सबूतों के लोगों को कई-कई सालों तक ग्वांतानामो बे में कैद करके रखा गया था. इतना ही नहीं समाज के लिए बेहद खतरनाक लोगों को आसानी से रिहा भी कर दिया गया था.
बगदाद हवाई हमले का फुटेज (जुलाई 2007)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.