![जाम का दरिया है, जूझ कर जाना है... अब महाकुंभ जाना हो तो कैसे करें प्लानिंग, जानें- लंबे जाम के बाद प्रयागराज में कैसी है व्यवस्था](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202502/67aa3acab7aa7-mahakumbh-2025-104333161-16x9.jpg)
जाम का दरिया है, जूझ कर जाना है... अब महाकुंभ जाना हो तो कैसे करें प्लानिंग, जानें- लंबे जाम के बाद प्रयागराज में कैसी है व्यवस्था
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8 से 10 फरवरी के बीच रात ही नहीं दिन में भी प्रयागराज से सौ, डेढ़ सौ किमी दूर इतना ही जाम देखा जाने लगा. सतना, कटनी, जबलपुर, रीवा से जो भी रास्ते प्रयागराज की तरफ आते हैं उन पर पांच से सात घंटे तक का ट्रैफिक जाम होने के पीछे वजह मौनी अमावास्या पर मची भगदड़ के बाद सीखा गया सबक है. प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर भगदड़ के बाद भीड़ को नियंत्रित करने की रणनीति पर काम हो रहा है, जिसके तहत प्रयागराज की सीमाओं से सटे जिलों में ही गाड़ियों को पहले रोका जा रहा है.
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में अभी 16 दिन बचे हैं. अब तक कुंभ में 43 करोड़ से ज्यादा लोग डुबकी लगाने पहुंच चुके हैं. क्या अगले 16 दिन में आप कुंभ जाने का प्लान कर रहे हैं? अगर हां तो जरा ठहरिए क्योंकि पिछले 72 घंटे की स्थिति कुछ ऐसी रही है कि प्रयागराज पहुंचने का जो सफर 8 घंटे का था, वो सड़क के रास्ते दोगुना या फिर तीन गुना तक हो गया. लोगों को पिछले 72 घंटे में सड़क पर जाम में ही 8 से 10 घंटे तक गाड़ी में फंसा रहना पड़ा है. जो प्रयागराज पहुंच भी गए हैं उन्हें अब कम से कम दस से बीस किमी पैदल चलना ही पड़ा है. मध्य प्रदेश से आते हजारों लोगों को प्रयागराज से दो सौ किमी दूर से ही पुलिस हिदायत देती रही कि आप लोग कुंभ मत जाइए, बहुत भीड़ है.
टिमटिमाते तारों के नीचे कुंभ नगरी प्रयागराज में संगम किनारे आसमान से देखिए तो तारों का शहर बहुत खूबसूरत लगता है. लगता है जैसे किसी ने सारे तारे लाकर त्रिवेणी के किनारे टांक दिए हैं. जहां 30 दिन में 43 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं यानी प्रतिदिन औसत 1 करोड़ 43 लाख से ज्यादा लोग महाकुंभ में पहुंच रहे हैं. अब देश के लाखों करोड़ों लोगों को ये समझना है कि क्या अगले 16 दिन के भीतर कुंभ जाना सरल होगा? क्या 26 फरवरी तक चलने वाले कुंभ में जाना आसान है? क्या 12 फरवरी की माघ पूर्णिमा के बाद कु्ंभ जाना चाहिए? क्या कुंभ जाने में वीकेंड पर होने वाली भीड़ से बचकर प्लान बनाना चाहिए? क्या पहले मौनी अमावस्या की भगदड़ की वजह से प्लान बदला तो अब प्लान बनाना सही है? अभी कुंभ जाना है तो ट्रेन से जाएं, प्लेन से जाएं या फिर सड़क के रास्ते किसी कार से जाएं?
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
महाकुंभ को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार देर रात शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में प्रयागराज, कौशाम्बी, कानपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, वाराणसी, अयोध्या, मिर्जापुर, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, प्रतापगढ़, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर, महोबा और लखनऊ आदि जनपदों/ज़ोन/रेंज में तैनात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और मंडलायुक्तों तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विशेष बैठक कर महाकुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
सीएम योगी ने कहा, 'महाकुंभ मार्ग पर यातायात रुकने न दें और पार्किंग स्थलों का यथोचित उपयोग करें. हर दिशा से लोग प्रयागराज आ रहे हैं. सड़कों पर वाहनों की कतार न लगे और ट्रैफिक जाम की स्थिति नहीं बननी चाहिए.' सीएम ने कहा कि माघ पूर्णिमा पर विशेष सतर्कता और सावधानी जरूरी है और बसंत पंचमी की तरह ही व्यवस्था लागू करें. उन्होंने कहा कि बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं का सहयोग करें, पार्किंग स्थल से मेला परिसर के लिए शटल बसें बढ़ाएं.
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि मेला परिसर में एक भी अनाधिकृत वाहन प्रवेश न करे. एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है. स्वच्छता प्रयागराज और महाकुंभ की पहचान है इसलिए नदी हो या मेला परिसर, लगातार सफाई कराएं.
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छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साई ने पूरी कैबिनेट के साथ प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान किया. उन्होंने बताया कि हम सभी लोगों ने संगम में स्नान किया और छत्तीसगढ़ की खुशहाली के लिए कामना की. भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा 'जो लोग भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं उनसे उम्मीद नहीं.
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लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ बोर्ड वाली जेपीसी रिपोर्ट पर जमकर हंगामा हुआ. दोनों जगह विपक्षी सांसदों ने खूब हंगामा किया. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने न्यू इनकम टैक्स बिल पेश किया और स्पीकर ओम बिरला से इसे सदन की प्रवर समिति को भेजने का आग्रह किया. विपक्षी सदस्यों ने विधेयक को पेश किए जाने के चरण में विरोध किया, लेकिन सदन ने इसे पेश करने के लिए ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित कर दिया.
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