
'जापान की ये बात मान ली गई तो आसमान छुएंगी तेल की कीमतें, दुनिया पर आ जाएगा बड़ा संकट'
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रूस के पूर्व राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव का कहना है कि अगर रूस के तेल की कीमत निर्धारित करने के जापान के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाता है तो इससे तेल की कीमतें 300-400 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच सकती है.
यूक्रेन पर युद्ध के बाद से अमेरिका सहित पश्चिमी देश रूस पर लगातार दबाव बना रहे हैं. रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाकर उसे आर्थिक चोट पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. ऐसे में रूस के पूर्व राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव का बयान सामने आया है.
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा है कि अगर रूस के तेल की कीमत निर्धारित करने के जापान के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाता है तो इससे तेल की कीमतें 300-400 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच सकती है.
मेदवेदेव ने कहा कि जापान ने रूस के तेल के मौजूदा स्तरों की तुलना में उसकी कीमत लगभग आधी कर दी जाती है तो इससे बाजार में कम तेल उपलब्ध होगा और कीमतें 300 से 400 डॉलर प्रति बैरल से अधिक हो जाएंगी.
जापान के प्रधानमंत्री ने पेश किया था प्रस्ताव
इस प्रस्ताव को कथित तौर पर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने G-7 देशों के शिखर सम्मेलन के दौरान पेश किया था.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मेदवेदेव ने कहा कि अगर इस प्रस्ताव को हरी झंडी मिल जाती है तो जापान के पास ना तो रूस का तेल होगा और ना ही गैस. इसके साथ ही रूस की सखालिन-2 एलएनजी परियोजना में भी किसी तरह की भागीदारी नहीं होगी.

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