![जहां झुग्गी वहीं मकान... दिल्ली में AAP के वोटर पर BJP का फोकस, घर की चाबी से खुलेगा सत्ता का ताला?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/6777e92d9917d-delhi-voter-034200139-16x9.jpg)
जहां झुग्गी वहीं मकान... दिल्ली में AAP के वोटर पर BJP का फोकस, घर की चाबी से खुलेगा सत्ता का ताला?
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झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग दिल्ली की 20 सीटों का फैसला करेंगे. बीजेपी की चुनावी रणनीति में इस पर फोकस किया गया है. कारण, यह महज संयोग नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को 1675 फ्लैटों की चाबियां सौंपकर दिल्ली के महत्वपूर्ण चुनावों का बिगुल फूंका. ये फ्लैट डीडीए ने 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत तैयार किए हैं.
1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर चल रही बीजेपी ने 25 साल के सूखे को खत्म करने के लिए अब चुनावी मुकाबले जोरों पर शुरू कर दिए हैं. बीजेपी के अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को करीब 1700 मकानों की चाबी सौंपते हुए की. दरअसल, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग दिल्ली की 20 सीटों का फैसला करेंगे. बीजेपी की चुनावी रणनीति में इस पर फोकस किया गया है. कारण, यह महज संयोग नहीं है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को 1675 फ्लैटों की चाबियां सौंपकर दिल्ली के महत्वपूर्ण चुनावों का बिगुल फूंका. ये फ्लैट डीडीए ने 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत तैयार किए हैं. अब सवाल उठता है कि क्या 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत घर की चाबी सौंपे जाने से बीजेपी के लिए दिल्ली में सत्ता का ताला खुलेगा?
दिल्ली में बीजेपी 1998 से हार रही है. पहले उसे शीला दीक्षित ने हराया और फिर अरविंद केजरीवाल का तोड़ वो नहीं खोज पाई. पिछले 3 चुनावों में BJP ने अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के चेहरों को बदला. नए-नए प्रदेश अध्यक्षों को मौका दिया लेकिन नतीजा नहीं बदला. इस बार बीजेपी झुग्गी में रहने वाले लोगों पर फोकस कर रही है, जिन्हें आम आदमी पार्टी का वोटर माना जाता है.
दरअसल, दिल्ली की 750 झुग्गियों में 30 लाख लोग रहते हैं, जिनमें से आधे पंजीकृत मतदाता हैं और अरविंद केजरीवाल इन झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को एक मजबूत वोट बैंक में बदलने में सफल रहे हैं. यही वह वोट बैंक है जिसे बीजेपी अब अपने वोट आधार को मजबूत करने के अलावा सेंध लगाने की कोशिश कर रही है.
- 2020 में 61% गरीबों ने AAP को वोट दिया, सीटें 62 जीतीं - 2015 में 66% गरीबों ने AAP को वोट दिया, सीटें 67 जीतीं
यह भी पढ़ें: 'बीजेपी में तीन आपदा आई हुई हैं', PM मोदी पर केजरीवाल का पलटवार, अमित शाह पर भी साधा निशाना
डेटा पर गौर करें तो इससे स्पष्ट है कि यह वोट बैंक आदमी पार्टी के लिए कितना महत्वपूर्ण है और ये मतदाता दैनिक चुनाव परिणाम को कैसे प्रभावित करते हैं. अनुमान बताते हैं कि दिल्ली की 750 झुग्गियों में रहने वाले पंजिकृत मतदाता शहर के लगभग 15 मिलियन कुल मतदाता आधार का दसवां हिस्सा हैं.
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