![चीन से दोस्ती गांठ रहा तालिबान, मुश्किल में अफगानिस्तान सरकार](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/photo_gallery/202107/taliban-gettyimages-1233885666-594x594-sixteen_nine.jpg)
चीन से दोस्ती गांठ रहा तालिबान, मुश्किल में अफगानिस्तान सरकार
AajTak
तालिबान चीन को दोस्त की तरह देख रहा है. तालिबान को उम्मीद है कि चीन अफगानिस्तान में विकास कार्यों के लिए मदद करेगा. तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है कि तालिबान चीन को अफगानिस्तान के लिए एक "मित्र" के तौर पर देखता है और पुनर्निर्माण कार्यों में निवेश के बारे में बीजिंग से बात करने की उम्मीद कर रहा है.
तालिबान चीन को दोस्त की तरह देख रहा है. तालिबान को उम्मीद है कि चीन अफगानिस्तान में विकास कार्यों के लिए मदद करेगा. तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा है कि तालिबान चीन को अफगानिस्तान के लिए एक "मित्र" के तौर पर देखता है और पुनर्निर्माण कार्यों में निवेश के बारे में बीजिंग से बात करने की उम्मीद कर रहा है. साऊथ चाइन मॉर्निंग पोस्ट के साथ इंटरव्यू में सुहैल शाहीन ने कहा कि तालिबान ने अब अफगानिस्तान के 85 फीसदी हिस्से पर कब्जा कर लिया है. अगर चीनी निवेशक और श्रमिक आते हैं तो तालिबान उनके सुरक्षा की गारंटी देता है. (फोटो-Getty Images) इंटरव्यू के दौरान सुहैल शाहीन ने कहा, 'हम उनका (चीन का) स्वागत करते हैं. अगर वे अफगानिस्तान में निवेश करते हैं तो हम उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. उनकी सुरक्षा हमारे लिए बहुत मायने रखती है.' सुहैल ने यह भी कहा कि तालिबान अब चीन के वीगर अलगाववादी लड़ाकों को अफगानिस्तान में दाखिल होने की इजाजत नहीं देगा, जिनमें से कुछ ने पहले ही शरण मांगी थी. तालिबान अल-कायदा या किसी अन्य आतंकवादी गुट को वहां काम करने से भी रोकेगा. (फोटो-Getty Images)![](/newspic/picid-1269750-20250214181736.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात ने दोनों नेताओं के बीच गहरी मित्रता को दर्शाया. ट्रंप ने मोदी को 'आई मिस यू' कहकर स्वागत किया, जबकि मोदी ने दोनों देशों के संबंधों को '1+1=111' बताया. दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की. ट्रंप ने मोदी को 'महान नेता' और 'खास व्यक्ति' बताया. मोदी ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा. दोनों नेताओं ने यूक्रेन युद्ध पर भी चर्चा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया.
![](/newspic/picid-1269750-20250214171223.jpg)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात में दोस्ती और व्यापार पर चर्चा हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की तारीफ की, लेकिन व्यापार मुद्दों पर तनाव बरकरार रहा. ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की, जो भारत के लिए चुनौती हो सकती है. मुलाकात में एफ-35 फाइटर जेट्स और तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर भी चर्चा हुई.
![](/newspic/picid-1269750-20250214141339.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर गहन चर्चा की गई. इस चर्चा में अमेरिका ने भारत को F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट्स, स्ट्राइकर कॉम्बैट व्हीकल्स और जावलिन मिसाइल्स की पेशकश की. विशेषज्ञों का विचार है कि ये हथियार भारत की आत्मनिर्भरता नीति के सटीक अनुरूप नहीं हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250214112147.jpg)
रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने का ब्लू प्रिंट अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगभग तैयार कर लिया है. इससे पहले ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन और यू्क्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की. ट्रंप चाहते हैं कि नाटो में शामिल होने की जिद्द यूक्रेन छोड़ दे लेकिन जेलेंस्की ने अपने देश की सुरक्षा का हवाला दिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250214095639.jpg)
PM नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. आतंकवाद से निपटने में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई, जिसमें ठाकुर हसन राणा के प्रत्यर्पण का विषय भी शामिल था. फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में भारत-अमेरिका के सहयोग पर भी वार्ता हुई, जहाँ अमेरिकी बाजार में भारतीय जेनेरिक दवाओं की भारी मांग है.