चीन के साथ हुई पहली बैठक में बाइडेन सरकार ने बताई भारत की अहमियत
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चीन के साथ हुई पहली बैठक में भी अमेरिका ने भारत के साथ अपने मजबूत रिश्तों का जिक्र किया. अलास्का में हुई बैठक में चीनी और अमेरिकी प्रतिनिधियों के बीच जमकर बहस हुई थी.
अमेरिका की बाइडेन सरकार को लेकर कहा जा रहा था कि उनके कार्यकाल में भारत-अमेरिकी के रिश्तों में वैसी गर्मजोशी नहीं रहेगी, जैसी ट्रंप के समय में थी. हालांकि, बाइडेन सरकार भी भारत के साथ रिश्ते को पूरी अहमियत दे रही है. यहां तक कि बाइडेन की सरकार आने के बाद अलास्का में 19 मार्च को अमेरिका-चीन की पहली बैठक हुई तो उसमें भी भारत का जिक्र किया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलास्का में हुई बैठक में अमेरिका के अहम साझेदार के रूप में भारत का जिक्र चीन के गले नहीं उतरा. इस बैठक में चीन के शीर्ष राजदूत यांग जेएची और चीन के विदेश मंत्री वांग यी मौजूद थे. अलास्का में हुई बैठक में अमेरिकी और चीनी प्रतिनिधि सार्वजनिक रूप से भिड़ गए थे और एक-दूसरे को लेकर तीखी टिप्पणियां की थीं.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.