चीन का अमेरिका पर निशाना- इन लोगों ने लोकतंत्र को हथियार बना दुनिया को बांटा
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चीन ने जोर देकर कहा कि अमेरिका पूरी दुनिया को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाने की कोशिश करता लेकिन फिर इसी लोकतंत्र का इस्तेमाल पूरी दुनिया को बांटने के लिए करता है.
अमेरिका और चीन एक दूसरे पर निशाना साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं. कई मुद्दों एक दूसरे के आमने-सामने रहने वाले देश अब फिर तकरार करते दिख रहे हैं. इस तकरार की वजह है Summit for Democracy कार्यक्रम जिसमें दुनिया के कई दिग्गजों ने हिस्सा लिया. पीएम मोदी ने भी इस कार्यक्रम में अपने विचार रखे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कार 'डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया. इस सम्मान का आयोजन गुयाना में आयोजित भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में डोमिनिका की राष्ट्रपति सिल्वेनी बर्टन ने किया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों को समर्पित किया है. देखें...
इस सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि गुयाना के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मैं मेरे मित्र राष्ट्रपति इरफान अली का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं. ये सम्मान केवल मेरा ही नहीं बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है. यह हमारे संबंधों के प्रति आपकी गहरी प्रतिबद्धता का सजीव प्रमाण है जो हमें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता रहेगा.
अमेरिका के कैलिफोर्निया स्टेट के लॉस एंजलेस शहर में यूएस इमिग्रेशन डिपार्टमेंट एक शख्स के ट्रैवल डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था. उसके पास भारतीय पासपोर्ट था. पासपोर्ट पर उसका नाम भानू लिखा हुआ था. बाद में खुलासा हुआ कि भानू कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई और दस लाख रुपये का इनामी आतंकवादी अनमोल बिश्नोई है.