
घटती आबादी से चिंता में चीन सरकार, नवविवाहितों को फोन कर पूछ रही- कब आएगा बच्चा
AajTak
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले हफ्ते कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में घोषणा की कि देश बर्थ रेट को बढ़ावा देने और देश की जनसंख्या विकास रणनीति में सुधार करने के लिए एक नीति बनाएगा. चीन ने स्वीकार किया है कि उसकी आबादी घटने के कगार पर है.
विश्व की सबसे अधिक आबादी वाला देश चीन इन दिनों धीरे धीरे अपनी जनसंख्या के घटने से चिंता में आ गया है. ये चिंता कितनी अधिक है यह तब समझ आया जब यहां एक नव विवाहित महिला ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा. इसमें उसने बताया कि क्षेत्रीय प्रशासन की ओर से उन्हें एक फोन आया था जिसमें उनसे पूछा गया कि वे कब गर्भवती होंगी. इसके बाद महिला के इस पोस्ट के जवाब में लगभग 10 हजार लोगों ने कमेंट कर लिखा कि उन्हें भी बिल्कुल इसी तरह का कॉल आया था. हालांकि बाद में प्रशासन की ओर से उस पोस्ट को हटा दिया गया.
'शादीशुदा हैं तो अब तक बच्चे की प्लानिंग क्यों नहीं की?'
एक अन्य महिला ने अपनी सहकर्मी को आए ऐसे कॉल के बारे में बताया. फोन पर अधिकारी ने महिला से कहा कि सरकार चाहती है कि नवविवाहित एक साल के भीतर प्रेग्नेंट हों और उनसे बार- बार इस तरह के कॉल करने को कहा गया है. एक अन्य महिला ने कमेंट में लिखा कि उसकी शादी बीते साल अगस्त में हुई थी और तब से उसे प्रेग्नेंट होने के लिए दो बार फोन आ चुका है. उसने बताया कि फोन पर अधिकारी उसे कहते हैं कि- आप शादीशुदा हैं तो अब तक बच्चे की प्लानिंग क्यों नहीं की? बच्चे को जन्म देने के लिए समय निकालें.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले हफ्ते कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में घोषणा की कि देश बर्थ रेट को बढ़ावा देने और देश की जनसंख्या विकास रणनीति में सुधार करने के लिए एक नीति बनाएगा. चीन ने स्वीकार किया है कि उसकी आबादी घटने के कगार पर है.
घटने लगी चीन की आबादी
बताते चलें कि वर्ल्ड पापुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2019 के अनुसार, अभी चीन 1.44 अरब की आबादी के साथ पहले स्थान पर है, जबकि दूसरे स्थान पर काबिज भारत की आबादी 1.39 अरब है. दुनिया की कुल आबादी में चीन की 19 फीसदी और भारत की 18 फीसदी हिस्सेदारी है. रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 तक भारत की आबादी बढ़कर चीन से ज्यादा हो जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की आबादी साल 2019 से साल 2050 के दौरान 3.14 करोड़ यानी करीब 2.2 फीसदी कम हो जाएगी.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.