गोरखपुर: पशु तस्करों और पुलिस के बीच मुठभेड़, गोली लगने से एक आरोपी घायल
AajTak
गोरखपुर के चौरी चौरा थाना क्षेत्र के सोनबरसा में पुलिस और पशु तस्करों की मुठभेड़ हो गई. पुलिस मुठभेड़ के दौरान एक पशु तस्कर के पैर में गोली लगी है.
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पुलिस और पशु तस्करों की मुठभेड़ हो गई. इस दौरान पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. पुलिस की कार्रवाई में एक पशु तस्कर के पैर में गोली लग गई. घायल पशु तस्कर को पुलिस हिरासत में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. मामला चौरी चौरा थाना क्षेत्र के सोनबरसा का है. आरोपी के पास से 315 बोर का एक तमंचा, दो कारतूस और दो खोखे भी बरामद हुए हुए हैं.
पुलिस के अनुसार, जौनपुर के पशु तस्कर ट्रक में 27 पशुओं को लादकर फोरलेन होते हुए बिहार जा रहे थे. मुखबिर की सूचना पर चौरीचौरा व क्राइम ब्रांच की पुलिस ने सोनबरसा बाजार के पास तस्करों को रोकने की कोशिश की. पुलिस को देखते ही ट्रक के अंदर से पशु तस्करों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने खुद का बचाव करते हुए जवाबी कार्रवाई की. इसमें एक तस्कर की पैर में गोली लग गई. इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया.
तस्कर की पहचान जौनपुर के सरपतहा थाने के बिसौनी निवासी 26 वर्षीय इमरान के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि इमरान जौनपुर का शातिर बदमाश है और पशुओं की तस्करी करता है. उसके खिलाफ कई केस भी दर्ज हैं. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.
मुठभेड़ की सूचना पर एसएसपी डॉ. विपिन तांडा, एसपी नार्थ मनोज अवस्थी व सीओ चौरीचौरा अखिलानंद उपाध्याय मौके पर पहुंच गए. एसएसपी विपिन ताडा ने इस कार्रवाई से खुश होकर पुलिस टीम को 25000 रुपये का इनाम दिया है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.