
गाजा में मानवीय संकट की 15 तस्वीरें... युद्ध के 31 दिन, 10 हजार मौतें, 15 लाख लोग बेघर
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दुनिया भर में गाजा पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और युद्ध खत्म करने की मांग हो रही है, लेकिन संघर्ष विराम की कोई संभावना नजर नहीं आती. इजरायल ने हवाई हमलों के बाद अब गाजा पट्टी में जमीनी अभियान शुरू किया है. इजरायली सेना के करीब 3 लाख सैनिकों ने गाजा पट्टी की किलेबंदी कर दी है और हमास के सुरंगों को निशाना बना रहे हैं.
इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध आज 31वें दिन में प्रवेश कर गया है, लेकिन इसका अंत नहीं दिख रहा है. हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को अचानक इजरायल पर एकसाथ जमीन, समुद्र और आकाश से हमला बोल दिया था. इस हमले में कम से कम 1400 इजरायली नागरिक मारे गए, और हमास ने 240 लोगों को बंधक बना लिया. इजरायल ने हमास को खत्म करने की कसम खाई और जवाबी कार्रवाई करते हुए गाजा पट्टी पर अनगिनत बम बरसाए, जिसमें अब तक 9500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं.
दुनिया भर में गाजा पर हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और युद्ध खत्म करने की मांग हो रही है, लेकिन संघर्ष विराम की कोई संभावना नजर नहीं आती. इजरायल ने हवाई हमलों के बाद अब गाजा पट्टी में जमीनी अभियान शुरू किया है. इजरायली सेना के करीब 3 लाख सैनिकों ने गाजा पट्टी की किलेबंदी कर दी है और हमास के सुरंगों को निशाना बना रहे हैं. अपीलों और विदेश में हो रहे प्रदर्शनों के बावजूद, इजरायल ने पूरे गाजा में बमबारी जारी रखी है. उसने कहा कि वह हमास को निशाना बना रहा है. इजरायल ने हमास पर फिलिस्तीनी नागरिकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
पूरे गाजा में 7 अक्टूबर से इजरायली हमलों में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी से संबंधित कुल 48 प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. रविवार को जारी एक अपडेट में, फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) ने कहा कि लगभग एक महीने पहले युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में लगभग 15 लाख लोग विस्थापित हुए हैं. इनमें से लगभग आधे लोग लगभग 150 स्थानीय संयुक्त राष्ट्र सुविधाओं में शरण लिए हुए हैं. यूएनआरडब्ल्यूए ने यह भी बताया कि इस एक महीने के संघर्ष के दौरान गाजा में उसके 88 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है. यह किसी एक युद्ध में संयुक्त राष्ट्र कर्मचारियों की मौतों का सर्वाधिक आंकड़ा है.

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