ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 813वां उर्स, PM मोदी अजमेर भेजेंगे चादर
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर शरीफ दरगाह पर 813वें उर्स के मौके पर चादर भेजने का फैसला किया है. हिंदू पक्ष की अपील के बावजूद, मोदी ने इस परंपरा को जारी रखा है. चादर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू और बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के माध्यम से भेजी जाएगी. यह परंपरा पंडित जवाहरलाल नेहरू से शुरू हुई थी और हर साल निभाई जाती है. VIDEO
गंगा नदी का एक नाम ब्रह्मकन्या है. परमपिता ब्रह्मा के कमंडल का जल गंगा जल ही है. उन्होंने सबसे पहले गंगा को शुचिता का वरदान दिया. सप्तऋषियों के आशीर्वाद पाने के बाद गंगा पंडिता कहलाईं. इस तरह उनका नामकरण हुआ और वह पंडितों व ज्ञानियों के समान ही पूज्य मानी गईं. इसीलिए गंगा जल से आचमन किया जाना श्रेष्ठ माना जाता है.
सब-इंस्पेक्टर कमलेंदु धर ने बताया कि हम घुसपैठ के पूरे मामले की तहकीकात कर रहे हैं. यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इनका यहां आने का मकसद क्या था और इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो नहीं है. गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान मोइनुद्दीन मियां, रिमोन मियां, रहीम अहमद और सुमन मियां के रूप में हुई है.
पीएम मोदी ने बताया, 'तिरंगा झंडा फहराने के बाद हम जम्मू आए तो मैंने जम्मू से पहला फोन मेरी मां को किया. मेरे लिए वो एक खुशी का पल था और दूसरा मन में था कि मां को चिंता होती होगी कि ये गोलियां चली हैं और ये कहां गया है. तो मुझे याद है कि मैंने पहला फोन मां को किया था. मुझे उस फोन का महत्मय आज समझ आता है. वैसी फीलिंग मुझे और कहीं नहीं आई.'